काम्यज़ब बनना है वक़्त से आगे चलो
सुबह होने पर मत उठो
, तुम जाग कर सूरज को जगाओ ,
अपनी कोशिश से कभी नाउम्मीद नहीं
होना चाहिए
,क्योंकि हर कोशिश कामयाब नहीं होती
लेकिन कामयाबी कोशिश से ही मिलती हैं।
28 सितम्बर 2022
काम्यज़ब बनना है वक़्त से आगे चलो
सुबह होने पर मत उठो
, तुम जाग कर सूरज को जगाओ ,
अपनी कोशिश से कभी नाउम्मीद नहीं
होना चाहिए
,क्योंकि हर कोशिश कामयाब नहीं होती
लेकिन कामयाबी कोशिश से ही मिलती हैं।
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मेरा नाम अर्जुमंद फौज़िया है मैं तेलंगाना ज़ाहीराबाद में रहती हूं हमे शायरी और कहानिया लिखने में दिलचस्पी है हम अपना भविष्य लेखक के रूप में बनाना चाहते हैD
ये लेख एक प्रेरणा है हर से नाउम्मीद नहीं होना चाहिए
28 सितम्बर 2022