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ये कहाँ आ गए हम!

ये कहाँ आ गए हम!

सफ़र या मंजिल में से ज्यादा जरूरी एक हमराही होता है!😊 ऐसे में नए शहर में अकेले पड़े निखिल को साथ मिला- आईशा का। पर यह साथ कहाँ तक चलेगा? या कौन किसके साथ कहाँ तक चलेगा? यह जाने के लिए तो कहानी पढनी पड़ेगी।😁 तो आइये इनके इस उतार-चढ़ाव में शामिल हो जाई

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ये कहाँ आ गए हम!

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