![कविता रानी](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fusers%2Fkavita-rani_648728587e09391afaeb8086_1694246062914.jpg&w=384&q=75)
कविता रानी
कविता रानी एक साइंस ग्रेजुएट हैं जो इतिहास एवं साहित्य में अत्यधिक रूचि रखती हैं । इनको लोकगीत एवं कविताएँ बचपन से ही बहुत प्रभावित करती रही हैं । वे उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं । जब उनका विवाह हुआ तो उन्हें पता चला कि उनके पतिदेव का रुझान भी इन विषयों की तरफ काफी ज्यादा है और वे इतिहास एवं समाज की विभिन्न समस्याओं पर कविताएँ लिखते रहते हैं । अतः उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर लेखन का कार्य प्रारम्भ किया ।
![पृथ्वीराज-संयोगिता की गौरव गाथा (काव्यरूप में)](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fprithviraj-sanyogita-ki-gaurav-gatha-kavyarup-men-_KavitaRani_1693810889781.jpg&w=384&q=75)
पृथ्वीराज-संयोगिता की गौरव गाथा (काव्यरूप में)
यह पुस्तक हमारे उन सभी महापुरुषों एवं पूर्वजों को समर्पित है, जिन्होंने सनातन धर्म की परम्पराओं (मानवता, सत्यता, न्याय इत्यादि) का आदर्श रूप से पालन करते हुए अपने श्रेष्ठ कर्मों द्वारा अपने धर्म, कुल एवं देश के गौरव को बढ़ाया तथा उसके हेतु अपना सर्वस्
![पृथ्वीराज-संयोगिता की गौरव गाथा (काव्यरूप में)](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fprithviraj-sanyogita-ki-gaurav-gatha-kavyarup-men-_KavitaRani_1693810889781.jpg&w=256&q=75)
पृथ्वीराज-संयोगिता की गौरव गाथा (काव्यरूप में)
यह पुस्तक हमारे उन सभी महापुरुषों एवं पूर्वजों को समर्पित है, जिन्होंने सनातन धर्म की परम्पराओं (मानवता, सत्यता, न्याय इत्यादि) का आदर्श रूप से पालन करते हुए अपने श्रेष्ठ कर्मों द्वारा अपने धर्म, कुल एवं देश के गौरव को बढ़ाया तथा उसके हेतु अपना सर्वस्
![कविता की कविताएँ भाग १ (मेरे पति की कलम से)](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2F-kavita-ki-kavitayen-mere-pati-ki-kalam-se-_Kavita-Rani_1695880363047.jpg&w=384&q=75)
![कविता की कविताएँ भाग १ (मेरे पति की कलम से)](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2F-kavita-ki-kavitayen-mere-pati-ki-kalam-se-_Kavita-Rani_1695880363047.jpg&w=256&q=75)