खचेड़ू को पहली बार फ्लाइट में जाने का मौका मिला। जब वो जाने लगा तो दादी ने उससे कहा कि जहाज की खिड़की से हाथ बाहर मत निकालना और कहीं जाओ तो अपनी सीट पर रुमाल रख के जाना।
वह पूरे परिवार के साथ हवाई जहाज में बैठ गया। एयर होस्टेस ने उसे बेल्ट लगाने को कहा तो उसने कहा मेरे पजाने में तो नाड़ा है फिर बैल्ट कैसे लगाऊ। जब हवाई जहाज चलना शुरु हुआ तो खचेड़ू की फ्लाइट क्रू से लड़ाई हो गयी कि हमे सड़क से ही जाना होता तो हम बस से ही नहीं जाते और तुम हवाई जहाज को सड़क पर दौड़ा रहे हो।
थोड़ी देर बाद वो पॉयलट का हैड फोन छीन लाया कि टिकट के पैसे हम दें और मजे से गाने सुने जहाज का ड्राईवर। खचेड़ू का पूरा परिवार कॉकपिट में जाकर बैठ गया कि हमने पैसे दिये हैं तो आगे का बढ़िया नजारा भी हम देखेंगे।
इन लोगो ने जिद करके जहाज को अपने गाँव के पास उतरवा लिया। जब जहाज दुबारा उड़ान भरने लगा तब एयर होस्टेस ने एनाउंसमेंट किया कि इस विमान में चार द्वार हैं दो आगे की तरफ, दो पीछे की तरफ । और पीछे वाले दोनों द्वार गाँव वाले अपने साथ उखाड़ के ले गए हैं