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क़िस्मत अपनी अपनी ( कहानी-प्रथम क़िश्त)

Sanjay Dani

5 अध्याय
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रायपुर के सेठ रतन लाल जी के तीन बेटे थे। जिसमे से बड़े बेटे नीलम उनके ही सोने चांदी के व्यापार में अपना हाथ बंटाने लग गये। मंझले बेते पुखराज बिल्डर बनने की राह में अग्रसर हो गया। वहीं उनका तीसरा सुपुत्र अध्यापन व लेखन के क्षेत्र में आगे बढने की इच्छा रखने लगा था। आगे जाकर तीनों का सामाजिक जीवन कितना गौरव शाली रहा इसके बारे में अनुमान लगाना ज़रा मुश्क़िल है।  

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पुस्तक के भाग

1

क़िस्मत अपनी अपनी (कहानी प्रथम क़िश्त )

17 फरवरी 2022
1
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”क़िस्मत अपनी अपनी “[ कहानी _ पहली क़िश्त ]सेठ रतन चन्द रायपुर का एक बड़ा नाम है । वे पिछले 20 बरसों से अपनी मेहनत और व्यापारिक बुद्धि से अकूत संपत्ति के मालिक बन गए हैं । उनके वैसे तो बहुत सारे व्यापारि

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क़िस्मत अपनी अपनी ( कहानी दूसरी क़िश्त)

18 फरवरी 2022
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क़िस्मत अपनी अपनी { कहानी + दूसरी क़िस्त ][ अब तक -- मेरा कहा मानो और ये नौकरी छोड़ो व अपने बड़े भाई के व्यापार में सहयोगी बनो।सोने चांदी की दुकान पर आपका भी तो कुछ अधिकार बनता है] जवाब म

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क़िस्मत अपनी अपनी ( कहानी तीसरी क़िश्त)

19 फरवरी 2022
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[ क़िस्मत अपनी अपनी } [ कहानी तीसरी क़ीश्त ][ अब तक ;;;;;; मोतीलाल जी की पत्नी उन्हें रोज़ ही कोसती थी कि मेरी जगह कोई और आपकी पत्नी होती तो कब का आपको छोड़ कर चली गई होती }इन बातों से पर मोतीलाल को

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क़िस्मत अपनी अपनी ( कहानी चौथी क़िश्त)

20 फरवरी 2022
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क़िस्मत अपनी अपनी { कहानी __चौथी क़िस्त ] [अब तक --- कृष्णा की माता कहती है कि मुझे डर है कि उनकी अंतिम यात्रा में ज्यादा लोग सहयोग करने आएंगे या नहीं }एक काम करो कृष्णा तुम अपने

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क़िस्मत अपनी अपनी ( कहानी अंतिम क़िश्त)

21 फरवरी 2022
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क़िस्मत अपनी अपनी [अंतिम क़िश्त ]इस तारत्मय में सबसे पहले शासन ने मोतीलाल जी की अंत्येष्टि के स्थान को जैन समाज के मुक्तिधाम से बदलकर स्टेडियम के अंदर निर्धारित करवा दिया । इसकी

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