shabd-logo

Kranti raj के बारे में

I am self job man and sidewise writer and songs

Other Language Profiles
no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Kranti raj की पुस्तकें

Kranti raj की डायरी

Kranti raj की डायरी

पहले पहल करत जीवनी याद भुल न जइहो ,बचपन याद सन् चौरासी मास भादो बर्षवा अष्टमी दिन कर्मनिष्ट बलकला ! संत कलीर दास चाचा रहलन प्रेम बलकवा क्रान्ति धइलम नर योनी के युग युग मे

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

Kranti raj की डायरी

Kranti raj की डायरी

पहले पहल करत जीवनी याद भुल न जइहो ,बचपन याद सन् चौरासी मास भादो बर्षवा अष्टमी दिन कर्मनिष्ट बलकला ! संत कलीर दास चाचा रहलन प्रेम बलकवा क्रान्ति धइलम नर योनी के युग युग मे

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

दिल मत दुखना

दिल मत दुखना

सब को दिल मे बसाना नही चाहिए प्रेम करता उसे प्यार देना चाहिए आँखो की शरारत निभाना चाहिए किसी को दिल को दुखना नही चाहिए ! आदमी हो गरीव पर प्रेम निभाना चाहिए किस्मत के लकीरे लिखना चाहिए,

निःशुल्क

दिल मत दुखना

दिल मत दुखना

सब को दिल मे बसाना नही चाहिए प्रेम करता उसे प्यार देना चाहिए आँखो की शरारत निभाना चाहिए किसी को दिल को दुखना नही चाहिए ! आदमी हो गरीव पर प्रेम निभाना चाहिए किस्मत के लकीरे लिखना चाहिए,

निःशुल्क

देशभक्ति गजल

देशभक्ति गजल

हाथो मे थाम्हे है ,तिरंगा झंडा हम दुश्मनो हमे बताओ न ,झुकेगे न हम रास्ता दिखने बालो मंजील न बता खुद पथिक बन गाऊ जमाने की रौनक से क्या भरोसा तेरा है मिले हो दुश्मनो से अपना बनाने का कभी क्रोशिश तु न कर मै परिंदा हुँ ,ऐसी गलत पाव न पसार गर्

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

देशभक्ति गजल

देशभक्ति गजल

हाथो मे थाम्हे है ,तिरंगा झंडा हम दुश्मनो हमे बताओ न ,झुकेगे न हम रास्ता दिखने बालो मंजील न बता खुद पथिक बन गाऊ जमाने की रौनक से क्या भरोसा तेरा है मिले हो दुश्मनो से अपना बनाने का कभी क्रोशिश तु न कर मै परिंदा हुँ ,ऐसी गलत पाव न पसार गर्

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

मै बचपन के कवि हुँ.

मै बचपन के कवि हुँ.

अपनी जिंदगी की एक कहानी बचपन मे नानी सिखाती थी , बईमान ,चोर ,लुगेडो से सौ कोश दुर रहना ! न गलत संगत मे रहना हमेशा कर्म के पथ पर चलना, गलत मित्रता से दर ही रहना कर्मभुमि पथ पर चलना ! रिस्तो की डोर बाँध कर रखना दुख मे हमेशा शामिल रहना , सुख की हमे

निःशुल्क

मै बचपन के कवि हुँ.

मै बचपन के कवि हुँ.

अपनी जिंदगी की एक कहानी बचपन मे नानी सिखाती थी , बईमान ,चोर ,लुगेडो से सौ कोश दुर रहना ! न गलत संगत मे रहना हमेशा कर्म के पथ पर चलना, गलत मित्रता से दर ही रहना कर्मभुमि पथ पर चलना ! रिस्तो की डोर बाँध कर रखना दुख मे हमेशा शामिल रहना , सुख की हमे

निःशुल्क

राष्टीय महिला दिवस

राष्टीय महिला दिवस

राष्टीय महिला दिवस के अवसर पर भारत की महिलाओ को हार्दीक बधाई एवं शुभकामना समर्पित करता हुँ ! भारत महिला राजपाल सरोजनी नायडु जी के जन्म १३फरवरी १८७९को हुई ! उन्होने बचपन से ही कविता लिखा करती !उन्होने कविता को बहुत ही मधुर स्वर में कविता कहा करती थी

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

राष्टीय महिला दिवस

राष्टीय महिला दिवस

राष्टीय महिला दिवस के अवसर पर भारत की महिलाओ को हार्दीक बधाई एवं शुभकामना समर्पित करता हुँ ! भारत महिला राजपाल सरोजनी नायडु जी के जन्म १३फरवरी १८७९को हुई ! उन्होने बचपन से ही कविता लिखा करती !उन्होने कविता को बहुत ही मधुर स्वर में कविता कहा करती थी

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

Kranti raj के लेख

no articles);
अभी कोई भी लेख उपलब्ध नहीं है
---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए