राष्टीय महिला दिवस के अवसर पर भारत की महिलाओ को हार्दीक बधाई एवं शुभकामना समर्पित करता हुँ ! भारत महिला राजपाल सरोजनी नायडु जी के जन्म १३फरवरी १८७९को हुई ! उन्होने बचपन से ही कविता लिखा करती !उन्होने कविता को बहुत ही मधुर स्वर में कविता कहा करती थी जिसके कारण इन्हे "भारत की कोकिला" कही जाती है !स्वतंत्रता सेनानी के रूप मे अहम भुमिका निभाई ! पहले से ही महिलाओ का स्थान मिला ,जैसे सती अनुसुइया ,सती सवित्री ,सती नर्मदा आदि और आज भी कई महिला हस्तियां हुए ,लेकिन नारी शोषण पहले भी हुआ था और आज भी सिलसिला चलता आ रहा है ! नारी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही तो सम्मान समान क्यो नही ! क्योकी नर और नारी मेअनुोश्रय संबंध है ,किसी एक बिना जिंदगी की गाडी चल नही सकता ! तो फिर क्यो लगातार नारी पर ही शोषण होता है ! लेकिन कही- न -कही नारी ही नारी पर शोषण कर रही थी या है ! नारी का ही कई रूप होती है,जैसे -बेटी ,बहुँ ,माँ ,सास तो फिर ऐसी घटना क्यो सुनने को मिलता है,कभी सती प्रथा ,कभी विधवा प्रधा और अब दहेज प्रथा जो कही- न -कही नारी के अधिकार को अबहेलना कर रही है ! चंद पंक्ति समर्पित करता हुँ - नारी तुही जन्मदाता आदिशक्ति रूप हो तु तुही देवी ,तुही दुर्गा ,काली माँ का रूप हो तु तुझसे ऐ संसार मिला ,नया नया अवतार मिला तु मुझमे मै तुझमे माँ का शक्ति रूप हो तु ! चंद लाइन लिखकर आपलोगो के प्रति समर्पित कर रहा हमे प्यार और स्नेह जरूर समर्पित किजीीएगा ! सधन्यवाद क्रान्तिराज बिहारी 13 फरवरी २०२३