shabd-logo

लड़के रोया नहीं करते

30 अगस्त 2022

19 बार देखा गया 19
 लड़के रोया नहीं करते,
कितने भी आँशु आये,
पर दफन किये दिल के अंदर,
जज्बातों का इक लिए भंवर,
उठते गिरते लहरों की तरह,
सबकी इक्षाओं को सहते | साहब
लड़के रोया नहीं करते ||
कभी पत्नी की आशाओं पर,
कभी माँ की पस्त बीमारी पर,
कभी पापा के अरमानों का,
कभी खुद की बनी लाचारी पर,
हैं दफन किये सब दुख अपना,
दिल ही दिल में घुटते रहते | साहब
लड़के रोया नहीं करते ||
कभी ऑफिस के फैले कामों से,
कभी साहब के मिलते तानों से,
जब बढ़ जाता दिल का गुबार,
होने लगता है दुख अपार,
सारे दुख दिल में दफन किये ,
इस दुनिया से चलते बनते | साहब 
लड़के रोया नहीं करते ||

मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित
रचनाकार 
विवेक कुमार शुक्ल "विश्वास"

विवेक कुमार शुक्ल विश्वास की अन्य किताबें

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत सुंदर लिखा है आपने कृपया मेरी कहानी बहू की विदाई के हर भाग पर अपना लाइक 👍 और व्यू दे दें 😊🙏

7 अगस्त 2023

1

रंग बदलता मानव

20 अगस्त 2022
3
2
0

जिंदगी इक जंग हैइस सोच से आश्वस्त हूँजिंदगी के मंच पर मैंखुद से ही परास्त हूँविश्वास कर लेना किसी पर सहज आदत है हमारीबस इसी आदत के कारनपा रहा शिकस्त हूँहट गए गिरगिट भी पीछेमानवों से सर झुकाकररंग

2

हरितालिका तीज

30 अगस्त 2022
1
1
0

सभी माताओं बहनों को हरितालिका तीज की ढेर सारी शुभकामनाएं जगतमाता लक्ष्मी एवम परमपिता परमेश्वर सबको अखंड सौभाग्यवती बनाये रखेंये माथे की बेंदी ये आंखों का काजलये हांथों की चूड़ी ये पैरों में पायलकितने भ

3

अरमानों के दीप जलाये रखना

30 अगस्त 2022
3
2
0

सभी माताओं बहनों को हरितालिका तीज की ढेर सारी शुभकामनाएं जगतमाता लक्ष्मी एवम परमपिता परमेश्वर सबको अखंड सौभाग्यवती बनाये रखेंये माथे की बेंदी ये आंखों का काजलये हांथों की चूड़ी ये पैरों में पायलकितने भ

4

लड़के रोया नहीं करते

30 अगस्त 2022
2
2
1

लड़के रोया नहीं करते,कितने भी आँशु आये,पर दफन किये दिल के अंदर,जज्बातों का इक लिए भंवर,उठते गिरते लहरों की तरह,सबकी इक्षाओं को सहते | साहबलड़के रोया नहीं करते ||कभी पत्नी की आशाओं पर,कभी माँ की पस

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए