"लंगोटिया यार" जगत तुर्कीया द्वारा लिखित एक पुस्तक है। यह किताब एक छोटे से गांव में रहने वाले लड़के के दोस्तों के समूह के जीवन पर एक हास्यप्रद कहानी है। "लंगोटिया यार" (Childhood friend ) (शीर्षक खेल या शारीरिक गतिविधियों के दौरान "लंगोटी" के रूप में जाना जाने वाला लंगोटी पहनने की भारतीय प्रथा को संदर्भित करता है। पुस्तक इन दोस्तों के प्यार का अनुसरण करती है क्योंकि वे विभिन्न चुनौतियों और स्थितियों के माध्यम से नेविगेट करते हैं, अक्सर प्रफुल्लित करने वाले परिणामों के साथ। पात्र भरोसेमंद हैं और उनकी बातचीत और अनुभव गावो के भारत के अद्वितीय हास्य और बुद्धि से भरे हुए हैं। जगत तुर्किया की लेखन शैली आकर्षक है और पूरी किताब में पाठक का मनोरंजन करती रहती है। यह पुस्तक उन सभी के लिए अनिवार्य है जो बचपन के दोस्तों की कहानियों का आनंद मिस करते हैं और अपने बचपन के जीवन की एक झलक पाना चाहते हैं। कुल मिलाकर, "लंगोटिया यार" बचपन में अपने दोस्तों के साथ बिताये हुए खूबसूरत पलो को याद दिलाने वाली किताब है, जिसे पढ़ने वाले के चेहरे पर निश्चित रूप से मुस्कान आ जाएगी। बचपन के दोस्तों के साथ बिताये हुए पल हमेशा बेहतर होते हैं जब वे सच्चे होते हैं, इसलिए यदि आप एक अच्छे दोस्त की तलाश में हैं जो आपको सभी जगहों पर शरारती महसूस कराए, जो सीधे तालाब के अंदर कूदें और अपनी चड्ढी को बहार छोड़ दें!
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