7 सितम्बर 2017
एक व्यक्ति बनकर जीना महत्त्वपूर्ण नहीं है अपितु एक व्यक्तित्त्व बनकर जीना अधिक महत्त्वपूर्ण है; क्योंकि व्यक्ति तो समाप्त हो जाता है लेकिन व्यक्तित्त्व सदैव जीवित रहता है ।