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<p>हम बहुत रोए किसी त्यौहार से होकर जुदा<br> <br> जी सका है कौन अपने प्यार से हो कर &nb
<p>घनाक्षरी<br> <br> राजनीति युद्ध नीति भेदनीति में प्रवीण<br> <br> ध्रुव के समान धीरवान होना चाहि