जब पहली बार कोई शब्द नहीं था मेरे पास...
तब भी वो मेरा प्यार ही पहूंचा था तुम तक ...!
जब कई सारी शिकायतें होती थी तुमसे...
तब भी वो मेरा प्यार ही रूठा था तुम से ...!
जब बहुत सी बातें थी बतानी होती थी ...
तब भी वो मेरा प्यार ही जताता था तुमसे...!
जब सिर्फ ढेरों खामोशियां होती तुमसे....
तब भी वो मेरा प्यार ही आया था तुम तक....!
तुझे खो देने डर बना रहता था सदा दिल में...
ये भी यकीनन... मेरा प्यार ही होता था तुमसे .....!