दे दो दिल का कुछ प्यार
बन जाओ मेरे तलबगार
हो जाओ मुझमें निसार
आ जाए मेरे दिल को करार
ना करना इससे तुम इनकार
वरना हम भी हो जायेंगे प्यार में बेकार
फिर ना हो पाएंगी किसी से आंखें दो चार
फिर ढूंढते फिरोगे होकर बेकरार
जिंदगी भी बन जायेगी लाचार
इसलिए अभी कर दो प्यार का इज़हार
मिलते रहना होगा हमें बार बार
साथ मिलकर घर बनाएंगे ख्वाबगार
तभी तो हैप्पी एंडिंग होगी जोरदार