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Mukesh bunkar के बारे में

इश्क वालो को कहा फुर्सत की को गम लिखेगे कलम इधर लाओ बेवफा के बारे मे हम लिखेगे

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Mukesh bunkar की पुस्तकें

अब वो बात नहीं

अब वो बात नहीं

इस में एक थके - हारे , निराश प्रेमी के दिल की व्यक्तिगत भावनाएं है जिस में वो अपने दिल का हाल - ए - दर्द बता रहा होता है की तुम ने मुझे किस हालत में लाकर रख दिया है ना आगे बढ़ा जा रहा है ना वो सब भुला जा रहा है बस उस को याद कर रहा होता है ।

निःशुल्क

अब वो बात नहीं

अब वो बात नहीं

इस में एक थके - हारे , निराश प्रेमी के दिल की व्यक्तिगत भावनाएं है जिस में वो अपने दिल का हाल - ए - दर्द बता रहा होता है की तुम ने मुझे किस हालत में लाकर रख दिया है ना आगे बढ़ा जा रहा है ना वो सब भुला जा रहा है बस उस को याद कर रहा होता है ।

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