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न जाने लगी ये किसकी नज़र है

2 अगस्त 2021

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माना कि न थी नसीब के खाते में खुशहालियां,

बर्बादियों को भी न जाने लगी ये किसकी नज़र है।--श्रीधर

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Shreedhar
3.3
माना कि न थी नसीब के खाते में खुशहालियां,बर्बादियों को भी न जाने लगी ये किसकी नज़र है।

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