साहस के बल पर डर को भी छिपा सकते हैं। कायर अपनी मौत से पहले कई बार मरते हैं।। लज्जित से सम्मानपूर्वक मरना भला होता है। भाग्य हमेशा साहसी इंसान का साथ देता है।। बिना साहस कोई ऊँचा पद प्राप्त नहीं क
जैसा चाहा वैसा कोई मंज़र न मिला।मैं उम्र भर सफ़र में रहा घर न मिला।मैं ज़ख़्म सीने पर खाने को तैयार हूं।मगर चाहत भरा कोई खंज़र न मिला।रंज-ओ-ग़म, बेज़ार-ओ-बे'नूर हाय तौबा।दिलों के जहां में एक भी दिलबर
ज़िंदगी एक सफ़र ही तो है।सारा शहर मेरा घर ही तो है।ये शहर जला, वो कोई माराख़ैर छोड़ो ये ख़बर ही तो है।तेरी बातें खंज़र सी चुभती है।छलनी होने दो जिगर ही तो है।जाने वाले को भला मैं कैसे रोकूं।अपना नहीं
ये बैचनी ये तलब ये आशिकी कभी उतर न सकेगा मेरे सर से इसलिए मैं वादा करता हूं मैं तुम्हें भूल जाऊंगा ये दोस्ती ये मोहब्बत ये प्यार सब छलावा है एक उमर से मैं वादा करता हु मैं तुमसे जुदा हो जाऊ
इश्क की गलियों का दीदार कर आया।किसी की जुल्फ़ों से मैं प्यार कर आया।जानता हूं उनकी हर एक बाते झूठी है।हां मगर दिल के हाथों ऐतबार कर आया।दिल के कई फसाने जमाने ने सुनाई थी।मैं भी आज दिलों का व्यापार कर
1. आ चले वहां जहां कोई ना हो जान पहचान में।थोड़ा सा वक्त बिताते हैं साथ किसी शमशान में।।✍✍ताज मोहम्मद✍✍2.मैं दुआए बेचता हूँ इस जहान में।खुदा ने बड़ी शिफा दी है मेरी ज़बान में।।✍✍ताज मोहम्मद✍✍3.तन्हा
दर्मियां-ए-आरज़ू में रहें तो बेहतर हो।
मेरा वजूद है मत मान यूँ फिजूल मुझे..! न हो यकीन तो बेहतर यही है, भूल मुझे..!!
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इश्क हो या इबादत,,,,,,,,,
,,,,,कर के ही समझ आता है,
यूं ही रा