shabd-logo

नज़्म : शहीद हूँ मैं .....

5 जनवरी 2016

154 बार देखा गया 154

आतंकवाद के कारण शहीद हुए सैनिकों की मन की वाणी

 

नज़्म : शहीद हूँ मैं .....


दोस्तों , मेरी ये नज़्म , उन सारे शहीदों को मेरी श्रद्दांजलि है , जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर , मुंबई को 26 / 11 को आतंक से मुक्त कराया. मैं उन सब को शत- शत बार नमन करता हूँ. उनकी कुर्बानी हमारे लिए है ............!!!


शहीद हूँ मैं .....


मेरे देशवाशियों
जब कभी आप खुलकर हंसोंगे ,
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
जो अब कभी नही हँसेंगे...


जब आप शाम को अपने
घर लौटें ,और अपने अपनों को
इन्तजार करते हुए देखे,
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
जो अब कभी भी मेरा इन्तजार नही करेंगे..


जब आप अपने घर के साथ खाना खाएं
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
जो अब कभी भी मेरे साथ खा नही पायेंगे.


जब आप अपने बच्चो के साथ खेले ,
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
मेरे बच्चों को अब कभी भी मेरी गोद नही मिल पाएंगी


जब आप सकून से सोयें
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
वो अब भी मेरे लिए जागते है ...


मेरे देशवाशियों ;
शहीद हूँ मैं ,
मुझे भी कभी याद कर लेना ..


आपका परिवार आज जिंदा है ;
क्योंकि ,
नही हूँ...आज मैं !!!!!


शहीद हूँ मैं …………..

 


© विजय

   

reference blog links :

 

http://poemsofvijay.blogspot.in/2009/01/blog-post_26.html

 

http://poemsofvijay.blogspot.in/2008/11/blog-post_29.html


विजय कुमार सप्पत्ति की अन्य किताबें

प्रियंका शर्मा

प्रियंका शर्मा

मन को स्पर्श करती

6 जनवरी 2016

डा० सचिन शर्मा

डा० सचिन शर्मा

बहुत सुन्दर .....

5 जनवरी 2016

1

फ़रिश्ता

3 फरवरी 2015
0
5
2

||| फ़रिश्ता ||| बहुत साल पहले की ये बात है. मुझे कुछ काम से मुंबई से सूरत जाना था. मैं मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन का इन्तजार कर रहा था. सुबह के करीब ६ बजे थे. मैं स्टेशन में मौजूद बुक्स शॉप के खुलने का इन्तजार कर रहा था ताकि सफ़र के लिए कुछ किताबे और पेपर खरीद लूं. अचानक एक छोटा सा बच्चा ज

2

नज़्म : शहीद हूँ मैं .....

5 जनवरी 2016
0
4
2

आतंकवादके कारण शहीद हुए सैनिकों की मन की वाणी  नज़्म : शहीद हूँ मैं .....दोस्तों , मेरी ये नज़्म , उन सारे शहीदों कोमेरी श्रद्दांजलि है , जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर , मुंबई को 26 / 11 को आतंक से मुक्तकराया. मैं उन सब को शत- शत बार नमन करता हूँ. उनकी कुर्बानी हमारे लिए है............!!!शहीद हूँ मैं ..

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए