अकबर बादशाह और मंत्री बीरबल मित्र भी थे ,बीरबल उन्हे किसी बात पर टोक देते हैं एक दिन बीरबल से नाराज हो गए और उन्होंने उन्हे दण्ड देने की सोची और अपने दरबारियों से विचार विमर्श किया और उनसे कहा *" निर्बल मुझे हरा घोड़ा ला कर दो और नही ला सके तो दंड स्वरूप सर विच्छेद कर दिया जायेगा ,!!!!
बीरबल समझ गए की उनके विरोधियों ने खेल खेल दिया है, तो वह कहते हैं ,*" बादशाह अकबर मेरी एक शर्त है ,*"!! बादशाह अकबर कहते हैं *" कहो क्या शर्त है *"!??
बीरबल के विरोधी बहुत प्रसन्न होते हैं क्योंकि हरा घोड़ा होता ही नही है ,तो बीरबल कहां से लायेंगे,*"!!!
बीरबल कहते है ,सप्ताह के सात दिन छोड़कर कोई दिन बताएं तो मैं उसी दिन ले आऊंगा ,*"!!???
बादशाह पहले तो हां कह देते है फिर उन्हे याद आता है की सप्ताह में सात दिन के अलावा कोई दिन तो होता ही नही ,तो वह और अधिक नाराज हो कर कहते हैं *" सप्ताह के सात दिन के अलावा कोई दिन होता ही नही तो तुम गलत क्यों बोल रहे। हो ,*"!!!
बीरबल हाथ जोड़कर कहते हैं ,*" तो जनाब हरा घोड़ा भी नही होता तो फिर मुझे सजा किस बात पर देंगे , *"!!!
अकबर बादशाह तुरंत समझ जाते हैं ,और उनसे माफी मांगते हैं और बाकी लोगो को धमकाते हैं की इस तरह की दुबारा हरकत किंतु उनका सर विच्छेद कर देंगे ,!!!