बादशाह अकबर के दरबार में मियां खुसरो और बीरबल दोनो ही तंबाखू खाने के शौकीन थे ,बादशाह अकबर को तंबाखू से सख्त नफरत थी ,पर दोनो ही उनके खास नवरत्न में से थे इसलिए कभी कुछ बोलते नही थे ,*"!!
एक दिन तो हद्द हो गई ,बीरबल तंबाखू रगड़ रहे थे तभी बादशाह अकबर आ जाते हैं तो बीरबल फट से झटक कर मुंह में डाल लेते हैं , ,!!
यह देख बादशाह अकबर उनसे कहते हैं ,*" बीरबल तुम ऐसी चीज क्यों खाना पसंद करते हो जिसे गधे भी नही खाते है ,"!!!
बीरबल कहते हैं ,*" जनाब ये चैतन्य चूर्ण है ,गधे नही खाते ,*"!!!
बादशाह को यह बात बुरी लग गई क्योंकि बीरबल ने जिस अंदाज से कहा था , उस से साफ जाहिर हो रहा था की जो नही खाते वो गधे हैं,,!!
उसी समय सामने से मियां खुसरो भी सामने से आते हैं और वह सामने एक कोने में तंबाखू थूकते हैं,"!!!
यह देख बादशाह को गुस्सा आ जाता है ,!!
वह बीरबल से कहते है ,*" देखो ये कितना बड़ा बेवकूफ हैं ,कहीं भी गंदगी करता है ,*"!!
बीरबल बोलने के लिए वह भी मुंह में भरा तंबाखू वही एक ओर थूक कर कहते हैं ,*" जहांपनाह ,मियां खुसरो तो पुराने बेवकूफ हैं ,*"!!!
बादशाह अकबर बीरबल को भी थूकते देख उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया,!!!
वह तुरंत दोनो को दरबार में चलने का आदेश देते हैं ,*"!!
दरबार में पहुंचने के बाद वह दोनो को उनके आसन पर बैठने नही देते हैं ,और कहते है ,*"तुम दोनो हमेशा गंदगी करते हो ,आज मैं तुम दोनो को ऐसी सजा दूंगा की तुम दोनो दुबारा तंबाखू खा कर थूकना बंद कर दोगे ,*"!!
मियां खुसरो कहते है ,*" जहांपनाह माफी चाहता हूं ,बचपन की आदत है ,इसके बिना तो पाखाना नही होता ,और दिमाग भी नही चलता ,*"!!
बादशाह कहते है ,*" तो ठीक है ,कल सुबह सभी दरबारी गण इन दोनो के घर जाकर इनके घर में कहीं भी पाखाना करेंगे ,तभी उन्हे समझ आएगा ,*"!!
बीरबल मुस्कराते हैं , !!
बादशाह उन्हे दो दिन के लिए दरबार से निस्काशित भी करते हैं ,,!!
दूसरे दिन सभी दरबारी गण आधे मियां खुसरो के घर पहुंच जाते हैं ,मिया खुसरो बेचारे अपने परिवार के साथ बाहर आ जाते हैं , सभी दरबारी गण घर के हर कोने में अपना अपना काम करते है , !!!
उधर बीरबल के घर पर जब आधे दरबारी गण पहुंचते हैं ,तो देखते है ,बीरबल नंगी तलवार लेकर बैठे हैं ,!!!
सेनापति यह देख पूछते है ,*" बीरबल आपने यह तलवार हाथ में लेकर क्या कर रहे हो ,*"!!
बीरबल कहते हैं ,*" यह आप लोगो के लिए है ,बादशाह ने सिर्फ पाखाना करने को कहा है अगर किसी ने पिशाब किया तो उसका पिछवाड़ा काट दूंगा ,*"!!!
उनकी बात सुन कर सभी घबराकर मियां खुसरो के घर जाते हैं ,मिया खुसरो यह देख घबरा जाता है और पूछता है ,*" सब के सब मेरे यहां क्यों आए रहे हो ,*"!!
सभी उसे बीरबल की बात बताते हैं,तो वह एकदम से बिफर जाता है ,और तुरंत दरबार में जाकर बादशाह के सामने गुहार लगाता हैं, बादशाह उसकी बात सुन सैनिकों से बीरबल को तुरंत लाने को कहते हैं ,*"!!
बीरबल कुछ ही देर में दरबार में हाजिर होते हैं ,वह मियां खुसरो को पहले से देख सब समझ गए फिर भी अनजान बनते हुए कहते है ,*" हुजूरे आला आप ने तो हमे आज तक के लिए निष्कासित किया था तब कहे बुलवाए ,*"!!
बादशाह कहते है ,*" बीरबल तुमने हमारे हुक्म की तालीम नही की तुम्हे हमारे फरमान की तौहीन की है इसके लिए तुम्हे बहुत बड़ी सजा सुनाई जायेगी ,*"!!
बीरबल कहते हैं ,*" हुजूर मैं तो शत प्रतिशत आपके फरमान को ही अमल कर रहा था ,अब दूसरो को उसमे क्या कमी लगी जो आपके पास शिकायत करने चले आए ,""!!
बादशाह कहते है ,*" तुम नंगी तलवार लेकर लोगो को धमकाओगे तो कौन आयेगा घर में ,*"!!!
बीरबल हाथ जोड़कर कहते हैं ,*"मैने तो सिर्फ आपके फरमान के बारे में ही उनको बता रहा था अब वह सब भाग गए तो मैं क्या करूं ,मैने तो उन सभी से कहा की जहांपनाह ने पाखाना करने को कहा है वो कर लो पर पिशाब मार करना ,मैने क्या गलत कहा ,*"!!
बादशाह अकबर बीरबल के कहने के तरीके से हंस पड़ते हैं , और कहते है *" मान गए बीरबल तुमको ,मियां खुसरो दूसरो से रखने से बेहतर होगा थोड़ा बीरबल की तरह दिमाग भी लगाया करो , जाओ जा कर घर की सफाई करो ,कोई दरबारी सेवक तुम्हारा घर साफ नही करेगा ,"!!!
खुसरो अपना मुंह बनाए हुए चल देते है ,*"!!