एक दिन बादशाह अकबर और बीरबल महल के ऊपर छत पर घूम रहें थे , उसी दिन बादशाह अकबर को एक मुगल बादशाह ने कुछ आधुनिक तोपें भेंट दी थी ,तो बादशाह को उन तोपों पर बड़ा गर्व महसूस हो रहा था , उसे उन्होंने ठीक अपने कक्ष के ऊपर छत पर लगा दिया था ,!!!
अकबर उसे देख फुले नहीं समा रहे थे ,वह बीरबल से पूछते हैं ,*" मित्र बीरबल सबसे बड़ा हथियार कौनसा है ,*"!!!!
बादशाह अकबर को लगा की बीरबल उन तोपों को कहेंगे ,पर बीरबल तो उल्टा जवाब देने में माहिर थे , !!!
उन्होंने कहा ,*" हुजूर गुस्ताखी माफ हो वक्त पर जो काम आ जाए वही सबसे बड़ा हथियार होता है , *"!!!
उनके इस जवाब से बादशाह अकबर नाराज हो जाते हैं ,और कहते हैं ,*" बीरबल मैं तुम्हे दो दिन की मोहलत देता हूं तुम इस बात को साबित कर के दिखाओ ,वरना तुम्हारा सर कलम कर दिया जायेगा , *"!!!
यह शर्त पूरे राज्य को पता चल जाता है , सभी बीरबल को बेवकूफ कहने लगते हैं , !!!
एक दिन बीत गया था ,बीरबल के विरोधी मन ही मन खुश होने लगते हैं , कि बेवकूफ बीरबल खुद ही अपनी में को दावत दे दिया , उसे इतना भी नही पता इस वक्त सबसे बड़ा हथियार हुज़ूर आला के तोपों के रूप में मौजूद है ,!!!!!
दूसरे दिन सुबह बादशाह के साथ बीरबल घूमने निकले बादशाह कहते हैं ,*" बीरबल मुझे बहुत दुख हो रहा है , तुमने अपनी झूठी शान बिखेरने के चक्कर में अपनी जान को दाव पर लगा दिया , अब मैं अपने फरमान को वापस भी नही ले सकता हूं और न ही तुम्हे मरते देखना चाहता हूं ,*"!!!!
बीरबल कहते हैं ,*" हुज़ूर जब इंसान वक्त आ जाता है उसे कोई रोक नहीं सकता है ,अब मुझे मरना ही होगा तो कोई रोक नहीं सकता ,आप बेवजह का अफसोस ना करें ,*"!!!!!
बादशाह अकबर को और गुस्सा आता है ,उन्हे लगा था बीरबल उनसे जान की भीख मांगेंगे पर यह तो उल्टा ज्ञान दे रहे हैं, अभी बादशाह अकबर उन्हे कुछ सुनाना चाहते थे कि अचानक सामने भगदड़ मच गई , !!!
सभी चौक कर देखते है तो एक पागल हाथी भागता हुआ सीधे अकबर बीरबल की ओर भागा आ रहा था सब इतनी तेज़ी से हुआ की उन्हे पता नहीं चला और वह हाथी कुछ हाथ दूर रह गया था ,सभी घबरा गए की अब तो बादशाह अकबर और बीरबल गए ,तभी बीरबल कि नजर पास खड़े एक छोटे से कुत्ते के पिल्ले पर पड़ी ,वह उसे उठाकर हाथी के माथे पर फेकते हैं ,तो पिल्ला गुस्से में हाथी को पंजे मारकर काट लेता है ,और जोर जोर से चिल्लाने लगता है ,इस अप्रत्याशित हमले से हाथी घबरा कर दूसरी ओर भाग जाता है, और दोनो की जान बच जाती है ,*"!!!
सभी बीरबल की तारीफ करते है ,बीरबल मुस्कराकर बादशाह अकबर की ओर देखते हैं ,,*"!!!
बादशाह अकबर अभी भी सकते में खड़े थे ,उन्हे विश्वास नही हो रहा था की वह दोनो बच गए थे , वह बीरबल का शुक्रिया अदा करते हैं *" !!!
बीरबल कहते हैं ,*" हुजूर अब भी आपके समझ में नहीं आया ही तो समझा दूं , *"!!
बादशाह अकबर तो अभी भी उसी सकते में थे , !!
बीरबल कहते हैं ,*" उस छोटे से पिल्ले से हमारी जान बची तो सबसे बड़ा हथियार कौन सा हुआ ,""!!!
बादशाह अकबर खुश होकर बीरबल को गले लगाते हैं और अपने गले से हीरों की माला निकाल कर उनके गले में डालते हैं , !!!
बीरबल के विरोधी फिर मायूस हो जाते हैं
इस कहानी से यह सीख मिलती है की जो समय पर काम आ जाए वही सबसे बड़ा हथियार होता है,!!!!