shabd-logo

प्रेम

28 नवम्बर 2021

41 बार देखा गया 41

प्रेम से दुनिया में ताजगी है।

प्रेम भाव से जिन्दगी चलतीं है।।

हृदय को स्पर्श करने में सक्षम प्रेम ही है।

जीव जंतु भी प्रेम के भूखे  हैं।।

छोटा सा जीव भी प्रेम समझता है।

बिन प्रेम के जीवन असंभव है।।

मां की लोरी में प्रेम ही प्रेम है।

पिता की गोद में अमूल्य धरोहर प्रेम है।।

भाई बहन का अद्भुत संगम प्रेम ही है।

पति पत्नी का विश्वास प्रेम ही है।।

शाश्वत शिल्पी बन जीवन दर्शन अटूट प्रेम ही है।

दो दिलों का अरमां मिलन जीने का अंदाज़ प्रेम ही है।।

ईश्वर दर्शन अटूट बंधन प्रेम है।

जहां में बहार सिर्फ प्रेम से है।।

Dr Anita Mishra

Dr Anita Mishra

कृपया मुझे फालो करें और मेरी रचनाएं अवश्य पढ़ें और अपना प्यार और समीक्षा अवश्य दें 🙏🙏

28 नवम्बर 2021

9
रचनाएँ
Anita Mishra की डायरी
0.0
यह किताब मन के उद्गारों को शब्दों में बांध कर डायरी लेखन से जोड़ दिया है। आप प्रबुद्ध जन पढ़ें और मार्गदर्शन करें 🙏
1

मां

19 नवम्बर 2021
2
2
4

<p>मां तो मां होती है।</p> <p>सृजन का सम्मान होती है</p> <p>जगत की शक्ति और नवजात शिशु की।</p> <p>सृ

2

बच्चे मन के सच्चे

22 नवम्बर 2021
2
3
2

<p>बच्चे मन के सच्चे होते हैं।</p> <p>हृदय से नाजुक फूल होते हैं।।</p> <p>बचपन में कली की मानिंद कोम

3

जिन्दगी

28 नवम्बर 2021
2
0
0

<p> जिन्दगी एक पुष्प गुच्छ है।</p> <p>जिसमें जितना खुशियां भरेंगे।।</p> <p>और इंसानियत को समर्प

4

प्रेम

28 नवम्बर 2021
2
1
1

<p>प्रेम से दुनिया में ताजगी है।</p> <p>प्रेम भाव से जिन्दगी चलतीं है।।</p> <p>हृदय को स्पर्श करने म

5

ओस की बूंदें

29 नवम्बर 2021
1
0
1

<p>होंठों पर ओस की बूंदों जैसी खुबसूरती लिपट गई।</p> <p>हृदय से हृदय के तार जुड़े और मैं मचल गई।।</p

6

हमराही

1 दिसम्बर 2021
4
1
4

<p>पकड़ लो हाथ मेरा ओ मेरे हमराही।</p> <p>छुई-मुई नाजुक पुष्प हूं मैं हृदय के माही।।</p> <p>कितनी नि

7

शब्द.इन

2 दिसम्बर 2021
1
0
0

<div>जिसको लेखन का है शौक।</div><div>शब्द घुमड़ते है दिन रैन।।</div><div>कहानी,कविता, संस्मरण, डायरी

8

पूंजीवाद

2 दिसम्बर 2021
0
0
0

<div>बड़ों का हो आशीर्वाद।</div><div>भोजन हो सुस्वादु।।</div><div>भाषा का वादानुवाद।</div><div>रिश्त

9

समाप्त

9 जनवरी 2022
0
0
0

समाप्त

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए