जिन्दगी एक पुष्प गुच्छ है।
जिसमें जितना खुशियां भरेंगे।।
और इंसानियत को समर्पित करेंगे।
उतना ही जीवन पल्लवित पुष्पित और सुगंधित होगा।।
आने वाली संतति जितना मानवता को अपनायेगी।
दुनिया के दिलों में भारतीयता छा जायेंगी।।
वेद पुराण योग का बोलबाला होगा।
सारे जहां में हिन्दूस्तान का नाम गूंजेगा।।