मैं बीए फाइनल ईयर की19वषीर्य विद्यार्थी हूं। मुझे बचपन से पढ़ने का शौक है।पता नहीं पढ़ते -पढते कब लेखिका बन गई।
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आज सावन का तीसरा सोमवार था। मुझे शिव मंदिर जाना था, लेकिन अचानक मेरी तबियत खराब हो पेट दर्द,जी मिचलाना,पेट में जलन इत्यादि। मैं जल्दी नहाकर तैयार हुई लेकिन ईश्वर की मर्जी के बिना कुछ नहीं कर सकी। मुझे