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राखी से एक दिन पहले

20 अगस्त 2023

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बिंदु , मुक्ता ,राकेश   और हेमलता   दोस्त  हैं ! वह सब हर महीने एक दिन किसी के घर पर मिलते हैं ! आज सब मुक्ता  के घर मिलने वाले हैं ! सब उसके घर आतें हैं सब खुश हैं वहां आतें हैं तो देखते हैं की मुक्ता फ़ोन पर किसी से बात कर रहीं हैं ! सब वहां बैठ कर सुनने लगते हैं ! वह अपने भाई से बात कर रही थी ! उसका भाई देश से बाहर रहता हैं ! मुक्ता   इशारा करती हैं 5 मिनिट ! सब इशारा करते की कर लो बात !

मुक्ता  बहुत खुश थी ! फिर वह फ़ोन रख देती हैं ! और सब के पास आ कर बैठती हैं ! वह बताती हैं की वह अपने भाई से बात कर रही थी ! वह बताती हैं की वह अपने भाई से 20 साल से नहीं मिली वह विदेश में रहता हैं और वह आ नहीं  पा रहा  ! यह बोलते बोलते वह भावुक हो  जाती हैं !  तभी हेमलता बोलती हैं की तुम खुश नसीब हो की तुम्हारा भाई हैं बस दूर हैं ! तुम उससे बात कर सकती हो ! उसे रक्षाबंधन में राखी बांध सकती हो ! मेरा भाई तो इस दुनिया में ही  नहीं हैं उसकी बहुत याद आती हैं ! और वह रोने लगती हैं !

उसकी बातें सुन कर बिंदु कहती है तुम दोनों ही के पास  भाई का प्यार हैं ! हेमलता के पास भाई की यादें  हैं प्यार भरी ! मेरे पास भाई हैं पर प्यार नहीं ! मेरा भाई इसी शहर  में रहता हैं लेकिन उससे मिलने जाने की भी हिम्मत नहीं हैं उसने सारे रिश्ते ख़त्म  कर दिए हैं ! पहले बहुत प्यार था हमारे बीच  ! हम सब बातें एक दूसरे को बताते थे ! राखी वाले दिन बहुत खुश होते थे हम ! वह अपने जेब खर्च से तोहफा ला कर देता था , मैं अपने हाथ से उसकी पसंद   की चीजों की राखी बनाती थी !लेकिन फिर जब मैने अपनी पसंद के लड़के से शादी कर ली तो उसने  सब रिश्तें तोड़ दिए ! बहुत याद  आती हैं उसकी !

राकेश यह सब सुन रहा था , अचानक से बोला और उस इंसान का क्या जिस की बहन ही नहीं हैं !  मेरी बहुत इच्छा थी की मेरी बहन हो लेकिन मेरे बाद दो बार मम्मी का गर्भपात  हो गया और यह पता  चला की दोनों बार लड़की ही थी ! उसके बाद माँ की जान को खतरा हो सकता था इसलिए  मैं  बिना बहन  ही रहे गया !

सब उदास थे ! मुक्ता ने कहां में हर बार इस दिन बाहर चली जाती  हूं , फिल्म देखती  हूं , खरीदारी करती हुं और इस तरह दिन निकल जाता हैं !  जिस दिन में नहीं जा  पाती बहुत उदास रहती हुं ! तो चलो हम सब भी  कल घूमने चलें ! सब  मान  जातें हैं , की चलो इस राखी उदास नहीं रहना पड़ेगा ! फिर वह अगले दिन   किसी मंदिर के बाहर मिलने का स्थान निर्धारित करते है !                                                                                                                                                                                                                                        ,

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत प्रशंसनीय लिखा है आपने बहन 😊🙏🙏🙏

29 सितम्बर 2023

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रचनाएँ
रक्षाबंधन
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यह एक ऐसे दोस्तों के समूह की कहानी हैं जिसमें सभी अपने भाई, बहन से दूर हैं और दुखी हैं ! किसी की दुरी जीवन मरण की हैं ,किसी की मन मुटाव की, किसी की जमीनी दुरी हैं ! वह सब बहुत उदास होते हैं , और अचानक कुछ ऐसा होता हैं की सब खुश हो जातें हैं ! क्या आप भी ऐसे ही किसी भाई बहन में से हैं तो यह पुस्तक पड़ें ! हो सकता हैं वह मिरेकल आप के साथ भी हो जाएं ! आप अपने भाई से तो मिल पाएंगे या नहीं पता नहीं लेकिन जो इन लोगो को महसूस हुवा वह जरूर आप महसूस कर पाएंगे ! अंत में सब खुश थे !
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राखी से एक दिन पहले

20 अगस्त 2023
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बिंदु , मुक्ता ,राकेश   और हेमलता   दोस्त  हैं ! वह सब हर महीने एक दिन किसी के घर पर मिलते हैं ! आज सब मुक्ता  के घर मिलने वाले हैं ! सब उसके घर आतें हैं सब खुश हैं वहां आतें हैं तो देखते हैं की मुक्त

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2,. रक्षाबंधन का दिन

25 अगस्त 2023
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आज सब मिलने की जगह पर आ गए ! लेकिन वहां अचानक बहुत वर्षा होने लगी ! इतनी वर्षा होने लगी की वो सब कहीं जा ही नहीं पा रहे थे ! तब खिन रुकने की जगह देखने लगे ! वो एक घर के बाहर खड़

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लेख लिखने का उदेश्य

26 अगस्त 2023
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मैं हेमलता  ,अंत में अपना परिचय देने के लिए माफ़ी लेकिन अगर आप को मेरा लेख अच्छा लगा तभी आप मेरे बारे में जानना चाहेंगे नहीं तो पहले परिचय देने पर भी आप परिचय नहीं देखेंगे !   मै एक हीलर हूं कृपया मेर

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