बिंदु , मुक्ता ,राकेश और हेमलता दोस्त हैं ! वह सब हर महीने एक दिन किसी के घर पर मिलते हैं ! आज सब मुक्ता के घर मिलने वाले हैं ! सब उसके घर आतें हैं सब खुश हैं वहां आतें हैं तो देखते हैं की मुक्ता फ़ोन पर किसी से बात कर रहीं हैं ! सब वहां बैठ कर सुनने लगते हैं ! वह अपने भाई से बात कर रही थी ! उसका भाई देश से बाहर रहता हैं ! मुक्ता इशारा करती हैं 5 मिनिट ! सब इशारा करते की कर लो बात !
मुक्ता बहुत खुश थी ! फिर वह फ़ोन रख देती हैं ! और सब के पास आ कर बैठती हैं ! वह बताती हैं की वह अपने भाई से बात कर रही थी ! वह बताती हैं की वह अपने भाई से 20 साल से नहीं मिली वह विदेश में रहता हैं और वह आ नहीं पा रहा ! यह बोलते बोलते वह भावुक हो जाती हैं ! तभी हेमलता बोलती हैं की तुम खुश नसीब हो की तुम्हारा भाई हैं बस दूर हैं ! तुम उससे बात कर सकती हो ! उसे रक्षाबंधन में राखी बांध सकती हो ! मेरा भाई तो इस दुनिया में ही नहीं हैं उसकी बहुत याद आती हैं ! और वह रोने लगती हैं !
उसकी बातें सुन कर बिंदु कहती है तुम दोनों ही के पास भाई का प्यार हैं ! हेमलता के पास भाई की यादें हैं प्यार भरी ! मेरे पास भाई हैं पर प्यार नहीं ! मेरा भाई इसी शहर में रहता हैं लेकिन उससे मिलने जाने की भी हिम्मत नहीं हैं उसने सारे रिश्ते ख़त्म कर दिए हैं ! पहले बहुत प्यार था हमारे बीच ! हम सब बातें एक दूसरे को बताते थे ! राखी वाले दिन बहुत खुश होते थे हम ! वह अपने जेब खर्च से तोहफा ला कर देता था , मैं अपने हाथ से उसकी पसंद की चीजों की राखी बनाती थी !लेकिन फिर जब मैने अपनी पसंद के लड़के से शादी कर ली तो उसने सब रिश्तें तोड़ दिए ! बहुत याद आती हैं उसकी !
राकेश यह सब सुन रहा था , अचानक से बोला और उस इंसान का क्या जिस की बहन ही नहीं हैं ! मेरी बहुत इच्छा थी की मेरी बहन हो लेकिन मेरे बाद दो बार मम्मी का गर्भपात हो गया और यह पता चला की दोनों बार लड़की ही थी ! उसके बाद माँ की जान को खतरा हो सकता था इसलिए मैं बिना बहन ही रहे गया !
सब उदास थे ! मुक्ता ने कहां में हर बार इस दिन बाहर चली जाती हूं , फिल्म देखती हूं , खरीदारी करती हुं और इस तरह दिन निकल जाता हैं ! जिस दिन में नहीं जा पाती बहुत उदास रहती हुं ! तो चलो हम सब भी कल घूमने चलें ! सब मान जातें हैं , की चलो इस राखी उदास नहीं रहना पड़ेगा ! फिर वह अगले दिन किसी मंदिर के बाहर मिलने का स्थान निर्धारित करते है ! ,