आज सब मिलने की जगह पर आ गए ! लेकिन वहां अचानक बहुत वर्षा होने लगी ! इतनी वर्षा होने लगी की वो सब कहीं जा ही नहीं पा रहे थे ! तब खिन रुकने की जगह देखने लगे ! वो एक घर के बाहर खड़े थे ! एक जवान लड़का बहुत सूंदर सा आ रहा था जिस का नाम सुरेश था ! उसने कहा आप लोग अंदर इंतजार कर लें ! वह सब अंदर चले गए ! वहां उस लड़के ने उन्हे पानी दिया और कहा आप लोगो को कुछ चाहिए हो तो आप लोग यहां इस लड़के से कहे सकतें हैं ! सब ने धन्यवाद किया !
फिर वह अंदर एक कमरे में चला गया और अचानक एक मधुर संगीत की आवाज आने लगी ! सब ने आँखें बंद कर ली ! और सब खो गए ! तभी संगीत बंद हो गया और एक आवाज आने लगी !
तुम अपनी प्रिये जगह पर हो ! तुम छोटे हो ! अपने बचपन के सब से प्रिये स्थान को पहचानो तुम उसके बाहर खड़े हो ! तुम वहां खेल रहे हो अपने प्रिये भाई, बहन ,दोस्त के साथ ! आज राखी का त्यौहार हैं ! आप ने अच्छे कपडे पहने हैं ! आप के सामने राखी की थाली हैं और आप के सामने आप का प्रिये भाई , बहन या जिस इंसान में आप बहन देखते हो वह हैं आप के सामने ! भाई ने कलाई आगे की बहन ने राखी बाँधी ! मिठाई खिलाई, आशीर्वाद दिया तोफा लिया ! और गले मिल के रोने लगे ! गले लगे लगे आप बड़े हो गए और देखिये अभी भी आप साथ में हैं ! आनन्द में हैं ! सब ने आँखें खोली ! सब रो रहे थे ! वह लड़का बाहर आया और उस ने देखा सब अभी भी यहीं हैं ! तो उसने बात की और राकेश ने कहा मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी बहुत अच्छी थी मैं उसे दीदी कहता था लेकिन उसके 3 भाई थे तो कभी बोला नहीं उसे राखी बांधने के लिए ! आज लगा जैसे उसने राखी बाँधी ! धन्यवाद हमे अंदर बुलाने के लिए ! मुक्ता ने कहा की ऐसा लगा जैसे मेरा भाई समने हैं ! हेमलता ने कहा की मेरा तो भाई उस दुनिया से वापिस आ गया था ! बिंदु ने कहां मेरा भाई तो कभी नाराज ही नहीं हुवा ! सब धन्यवाद करने लगे सुरेश को तब सुरेश ने बताया की उसकी बहन एक एक्सीडेंट में चल बसी उसकेबाद वह भूड़ उदास रहने लगा तब उसे ध्यान के बारें में पता चला ! जब ध्यान करने लगा तो पुरानी बुरी यादें छोड़ देती हैं ! मेरा जीवन ही बदल गया
हर चीज में सफलता मिलने लगी ! मेरी बहन मेरे लिए रास्ता खोल के गयी ! में हर राखी ऐसे मनाता हूं क्यूंकि ख़ुशी तो मन आत्मा महसूस करती हैं शरीर नहीं ! , ,