आज के भारत को या भारत के लोगों को ध्यान में रखते हुये बहुत जरूरी हो गया है कि भारत सरकार को एक राष्ट्रवादी सुरक्षा बल (Nationalist Security Force) का गठन कर ही देना चाहिये. इसके दो फायदे हैं -पहला कि बढती बेरोजगारी के समय रामबाण सिद्ध होगा, दूसरा कि लोगों मे राष्ट्रीयता बनी रहेगी और कोई भी से राष्ट्र के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करेगा. क्या पता शायद इसकी वजह से नये कन्हैया पैदा न हों. हाँ इस बल का कार्य केवल राष्ट्रभक्ति का संचार ही नही अपितु लोगों में वर्तमान राष्ट्रभक्ति का लेवल पता करना भी होना चाहिये. इससे किसी फौजी की राष्ट्रभक्ति का लेवल कितना है और एक सामान्य व्यक्ति की राष्ट्रभक्ति का लेवल कितना है ये भी पता चल सकेगा. साथ ही साथ राष्ट्रद्रोहियों की मौजूदा समय में संख्या का पता चल सकेगा. बेहद दिलचस्प आंकड़े देखने को मिल सकते हैं, किस धर्म तथा किस जाति के लोग ज्यादा राष्ट्रवादी हैं, सारा कंफ्यूजन ही दूर हो जायेगा. इससे तथाकथित राष्ट्रवादियों को भी ठिकाने लगाने में मदद मिलेगी. कौन ज्यादा राष्ट्रवादी है कौन कम राष्ट्रवादी है, इस भेदभाव को मिटाने के लिये भी इस बल के पास पर्याप्त उपाय होंगे. जैसे राष्ट्रभक्ति का पैमाना तय कर देना, मानो क्रिकेट मैच चल रहा है ओर अगर किसी व्यक्ति ने लीक से हटकर विरोधी टीम को सपोर्ट कर दिया तो उसकी राष्ट्रभक्ति में कितनी गिरावट आयी. अगर यही मैच पाकिस्तान से हो तो इस संदर्भ में ज्यादा गिरावट आनी चाहिये. सिर्फ क्रिकेट मैच ही नहीं अपितु रोजमर्रा की हर एक्टिविटी को राष्ट्रभक्ति से जोड़ा जा सकता है, जैसे खुले में सोच करना, संस्कृति पर अनावश्यक टिप्पणी करना. कुछ ही समय में अनुकूल रिजल्ट देखने को मिलेंगे. हो सकता है हमारी देखादेख बाकि के देश भी ऐसी ही फोर्स बनाने के बारे में सोचने लगें और हमारी राय लें . मैं तो यही कहता हूं कि जितना जल्दी हो सके इस बल का गठन कर दिया जाये, क्या पता कौन राष्ट्र इसकी प्लानिंग हमसे पहले कर ले और इस क्षेत्र में हम से आगे निकल जाये. तो फिर शुभ कार्य में देरी कैसी....