shabd-logo

शिव

4 अक्टूबर 2021

26 बार देखा गया 26
नाग गले लिपटे  रहते,
तन भस्म  रमा शिव सिद्ध हुए है,

हस्त त्रिशूल लिए रहते,
उर शक्ति समा शिव पूर्ण हुए है ।

शीश शशी चमके रमणीक,
हलाहल पी शिव नित्य हुए है,

मुण्ड लड़ी पहने रहते,
बन काल शिवा तब सौम्य हुए है ।।

किताब पढ़िए