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इश्क

22 दिसम्बर 2021

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अरे इश्क किया है, तुमसे 
कोई तुम्हारे, पहरेदार नहीं है ।
और तुम्हे जाना है, तो जाओ
कोई तुम्हारे कर्जदार, नहीं है ।
मैं पहले भी अकेला था, 
और अब भी, तनहा जी लूंगा 
इश्क करूंगा नहीं दोवारा, 
मैं खुद को इतना पागल कर लूंगा ।।
                    कुमार धीरज 

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