shabd-logo

श्रद्धांजलि

hindi articles, stories and books related to shraddhanjali


हे स्वर कोकिला भारत रत्न तुमको शत-शत नमन अपनी आवाज़ से जीता है तुमने दुनिया का मन हे स्वर कोकिला.... याद में तुम्हारी तड़पे  है आज दुनिया का मन रो-रोकर हाल बुरा है हर आंख हो गई है नम हे स्वर कोकिला

स्वर्गीय मृदुला सिन्हा जी को मौन श्रद्धांजलिगोवा की पूर्व राज्यपाल भू आयामी व्यक्तित्व की धनी श्रीमती मृदुला सिन्हाडॉ शोभा भारद्वाजमृदुला की का जन्म -मृदुला जी का जन्म बिहार के मुज्जफरपुर जिले के छपरा गाँव में 27 नवम्बर 1942 को हुआ था उनकी माँ श्रीमती अनुपा देवी पिता जी का नाम श्री छबीले सिंह था और

राषटर् कविमानस भवन में आरय़जनजिसकी उतारे आरती।भगवान भारतव्रष मेंगूंजें हमारी भारती।। हिंदी साहित्य के राष्ट्र कवि पद्मभूषण से सम्मानित श्री मैथलीशरणगुप्त जी का जन्म ३ अगस्त,१८८५में उत्तर प्रदेश के जिला झाँसी के चिरगांव में हुआ था.हम सब प्रतिवर्ष जयंती कोकवि दिवस के रूप में मनाते हैं.अपनी पहली काव्य

काव्य मंचों के अपरिहार्य ,नैसर्गिक प्रतिभा के धनी,प्रख्यात गीतकार ,पद्मभूषण से सम्मानित,जीवन दर्शन के रचनाकार,साहित्य की लम्बी यात्रा के पथिक रहे,नीरज जी का जन्म उत्तर प्रदेश के जिला इटावा के पुरावली गांव में श्री ब्रज किशोर सक्सेना जी के घर ४ जनवरी,१९२५ को हुआ था.गरीब परिवार में जन्मे नीरज जी की ज

featured image

ऐ भाई ज़रा देखके चलो ये कौन सा मुक़ाम है, फ़लक नहीं ज़मीं नहीं के शब नहीं सहर नहीं, के ग़म नहीं ख़ुशी नहीं कहाँ ये लेके आ गई हवा तेरे दयार की ||गुज़र रही है तुमपे क्या बनाके हमको दर-ब-दरये सोचकर उदास हूँ, ये सोचकर है चश्मे तरन चोट है ये फूल की, न है ख़लिश ये ख़ार की ||पता नहीं ऊप

featured image

24 दिसम्बर 2017 को मोहम्मदरफी जी के 93वें जन्मदिवस पर गूगल ने उन्हें सम्मानित करतेहुए उनकी याद में डूडल बनाकर उनके गीतों को और उनकी यादों को समर्पित किया |इस डूडल को मुम्बई के चित्रकार साजिद शेख द्वारा बनाया गया ।मोहम्मद रफ़ी (24 दिसम्बर 1924-31जुलाई 1980) जिन्हें दु

featured image

भारतीय हॉकी टीम के महान खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद का 56 साल की उम्र में निधन हुआ। वो काफी समय से किडनी और लीवर की परेशानी से जूझ रहे थे।भारत के सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ियों में शुमार शाहिद, मॉस्को ओलम्पिक-1980 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। ओलम्पिक में भारत का यह आखिरी स्वर्ण पदक था।प

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए