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sayyeda khatoon के बारे में

हृदय अंकुरित भावों का शब्द रूप है काव्य, लेखक होना भाग्य है कवि होना सौभाग्य.........जी हां मुझे गर्व का अनुभव होता है जब मैं कोशिश करती हूं एक लेखक और कवि बनने की.... मेरे प्रयास की झलक आपको मेरे धारावाहिक लेख और कविताओं में देखने को मिलेगी,,,, मेरे द्वारा लिखी रेसिपी में एक गृहिणी और मेरे आर्टिकल में आप एक अध्यापिका के रूप में मुझे समझ पाएंगे। आप लोगों का प्रोत्साहन मेरे लेखन को निखारने में मदद करेगा और निरंतर प्रयास करते रहने के लिए आपकी समीक्षाएं मुझे प्रोत्साहित करती रहेंगी । 🌹🌹🌹

पुरस्कार और सम्मान

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-08-19
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-08-08
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-07-30
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-08-26
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-08-19
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-08-04
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-01-08
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2021-12-22
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2021-10-30
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2021-10-18

sayyeda khatoon की पुस्तकें

हमें मिलना ही था

हमें मिलना ही था

एक झलक 👉 चारों तरफ घटा घिरी हुई थी ठंडी ठंडी हवा का झोंका मन को लुभा रहा था,,, ऊपर से पड़ती रिमझिम बारिश,, रह रह के आसमान में चमकती बिजली दिल में एक अजीब सी बेचैनी पैदा कर रही थी,,, । मिट्टी से उठती हुई सोंधी खुशबू,, दिल को लुभा रही थी नूरी पगडंडी

231 पाठक
60 रचनाएँ

निःशुल्क

हमें मिलना ही था

हमें मिलना ही था

एक झलक 👉 चारों तरफ घटा घिरी हुई थी ठंडी ठंडी हवा का झोंका मन को लुभा रहा था,,, ऊपर से पड़ती रिमझिम बारिश,, रह रह के आसमान में चमकती बिजली दिल में एक अजीब सी बेचैनी पैदा कर रही थी,,, । मिट्टी से उठती हुई सोंधी खुशबू,, दिल को लुभा रही थी नूरी पगडंडी

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कसक तेरे प्यार की (प्रेम कहानी)

कसक तेरे प्यार की (प्रेम कहानी)

कसक तेरे प्यार की एक प्रेम कहानी है।जो प्रेमी जोड़े के एक साथ रहते हुए भी कदम कदम पर प्यार की कसक से तड़पते रहते हैं। उनकी कसक का क्या अंजाम होता है जानने के लिए पढ़ें कहानी कसक तेरे प्यार की।

निःशुल्क

कसक तेरे प्यार की (प्रेम कहानी)

कसक तेरे प्यार की (प्रेम कहानी)

कसक तेरे प्यार की एक प्रेम कहानी है।जो प्रेमी जोड़े के एक साथ रहते हुए भी कदम कदम पर प्यार की कसक से तड़पते रहते हैं। उनकी कसक का क्या अंजाम होता है जानने के लिए पढ़ें कहानी कसक तेरे प्यार की।

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शायरी संग्रह

शायरी संग्रह

हर वो रह गुज़र जहां से गुजरा था तू  कभी निहारती हूं इस उम्मीद में कभी आएगा यहीं दिल में उठते हुए ज्ज़बात का आइना है मेरी किताब!प्यार के हर एक रंगको मैंने अपने शेरों द्वारा आप तक पहुचाने की मैंने भरपूर कोशिश की है ऊपर लिखा हुआ शेर और इस प्रकार के बह

152 पाठक
66 रचनाएँ

निःशुल्क

शायरी संग्रह

शायरी संग्रह

हर वो रह गुज़र जहां से गुजरा था तू  कभी निहारती हूं इस उम्मीद में कभी आएगा यहीं दिल में उठते हुए ज्ज़बात का आइना है मेरी किताब!प्यार के हर एक रंगको मैंने अपने शेरों द्वारा आप तक पहुचाने की मैंने भरपूर कोशिश की है ऊपर लिखा हुआ शेर और इस प्रकार के बह

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दिलरुबा डायरी अगस्त

दिलरुबा डायरी अगस्त

मेरी डायरी का नाम है दिलरुबा,,, मेरे व्यक्तित्व का आईना है मेरी डायरी,, आप इसमें प्रतिदिन मेरे आस-पास घटित होने वाली छोटी बड़ी बातों से रूबरू होंगे साथ ही अपने सुख-दुख के पल को मैं आपके साथ साझा करती रहूंगी,, और रोजाना एक कुकिंग टिप्स भी आपके साथ शे

136 पाठक
19 रचनाएँ

निःशुल्क

दिलरुबा डायरी अगस्त

दिलरुबा डायरी अगस्त

मेरी डायरी का नाम है दिलरुबा,,, मेरे व्यक्तित्व का आईना है मेरी डायरी,, आप इसमें प्रतिदिन मेरे आस-पास घटित होने वाली छोटी बड़ी बातों से रूबरू होंगे साथ ही अपने सुख-दुख के पल को मैं आपके साथ साझा करती रहूंगी,, और रोजाना एक कुकिंग टिप्स भी आपके साथ शे

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🌹 आरज़ू 🌹

🌹 आरज़ू 🌹

मेरी किताब आरज़ू मेरे दिल में उठते हुए रंग बिरंगे जज़्बातों का आईना है अपने जज़्बात को मैंने कभी कविता तो कभी लेख के रूप में पिरोया है और कोशिश की है कि मैं अपनी रचनाओं द्वारा पाठकों का हौसला बढ़ा सकूं...... उनका मार्गदर्शन कर सकूं,,,, उदास हो तो उनक

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🌹 आरज़ू 🌹

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मेरी किताब आरज़ू मेरे दिल में उठते हुए रंग बिरंगे जज़्बातों का आईना है अपने जज़्बात को मैंने कभी कविता तो कभी लेख के रूप में पिरोया है और कोशिश की है कि मैं अपनी रचनाओं द्वारा पाठकों का हौसला बढ़ा सकूं...... उनका मार्गदर्शन कर सकूं,,,, उदास हो तो उनक

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     रंग बिरंगे जज़्बात

रंग बिरंगे जज़्बात

🌹 रंग बिरंगे जज़्बात🌹 मनुष्य का हृदय एक ऐसा समंदर होता है जिसमें रंग-बिरंगे जज्बात की लहरें हमेशा उठती रहती हैं....... मैंने भी अपने मन में उठने वाले मनोभावों की लहरों को अपनी किताब रंग बिरंगे जज़्बात में लिखने की कोशिश की है बस यह समझ लीजिए

78 पाठक
58 रचनाएँ

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     रंग बिरंगे जज़्बात

रंग बिरंगे जज़्बात

🌹 रंग बिरंगे जज़्बात🌹 मनुष्य का हृदय एक ऐसा समंदर होता है जिसमें रंग-बिरंगे जज्बात की लहरें हमेशा उठती रहती हैं....... मैंने भी अपने मन में उठने वाले मनोभावों की लहरों को अपनी किताब रंग बिरंगे जज़्बात में लिखने की कोशिश की है बस यह समझ लीजिए

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गुंचा- ऐ -ग़ज़ल

गुंचा- ऐ -ग़ज़ल

मेरी किताब ग़ुंचा-ऐ-ग़ज़ल ख़ूबसूरत ग़ज़लों और शेरों का एक हसीन गुलदस्ता है। मेरी इस पुस्तक में ग़ज़लों और कविताओं द्वारा कभी सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार हुआ है तो कभी हास्य-व्यंग्य का प्रयोग कर कविताओं द्वारा मनोरंजन किया गया है। शेरों-शायरी से कभी-

निःशुल्क

गुंचा- ऐ -ग़ज़ल

गुंचा- ऐ -ग़ज़ल

मेरी किताब ग़ुंचा-ऐ-ग़ज़ल ख़ूबसूरत ग़ज़लों और शेरों का एक हसीन गुलदस्ता है। मेरी इस पुस्तक में ग़ज़लों और कविताओं द्वारा कभी सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार हुआ है तो कभी हास्य-व्यंग्य का प्रयोग कर कविताओं द्वारा मनोरंजन किया गया है। शेरों-शायरी से कभी-

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स्वाद के चटखा़रे (मेरी डायरी)

स्वाद के चटखा़रे (मेरी डायरी)

🍟स्वाद के चटखारे🍟 विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों की रेसिपीज का संकल।

42 पाठक
52 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 42/-

स्वाद के चटखा़रे (मेरी डायरी)

स्वाद के चटखा़रे (मेरी डायरी)

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मेरी डायरी

मेरी डायरी

जो मैं देखती हूं पढ़ती हूं और सुनती हूं उस पर मेरे क्या विचार हैं मैं किस तरह सोचती हूं उन विषयों पर, यह लिखने की बस एक कोशिश....!

22 पाठक
9 रचनाएँ

निःशुल्क

मेरी डायरी

मेरी डायरी

जो मैं देखती हूं पढ़ती हूं और सुनती हूं उस पर मेरे क्या विचार हैं मैं किस तरह सोचती हूं उन विषयों पर, यह लिखने की बस एक कोशिश....!

22 पाठक
9 रचनाएँ

निःशुल्क

मेरी रसोई

मेरी रसोई

मेरी रसोई पुस्तक में मैं आपके लिए अपनी रसोई से बहुत ही सरल और स्वादिष्ट व्यंजनों की रेसिपीज़ लेकर आई हूं 🎂🍟

19 पाठक
25 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 32/-

मेरी रसोई

मेरी रसोई

मेरी रसोई पुस्तक में मैं आपके लिए अपनी रसोई से बहुत ही सरल और स्वादिष्ट व्यंजनों की रेसिपीज़ लेकर आई हूं 🎂🍟

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और देखे

sayyeda khatoon के लेख

लव मैरिज

4 मार्च 2024
0
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शादी करने का मुझे जब आया ख़्याल मेरे दिल में उठने लगे अनगिनत सवाल । किसे बनाउं मैं अपना हमसफर हर डगर जो चले मेरे साथ मिलकर समझ जाए जो हर बात मेरे बिन कहे, मेरी ख़ुशी में हो जिसकी ख़ुशी , कहे वो मुझसे

सिर्फ तुम

24 फरवरी 2024
1
1

याद है आज भी मुझको वो सुहाना मंज़र,ठंडी ठंडी हवाएं और दूर तक फैला समंदर, हजूम था उगता हुआ सूरज देखने को वहां सिर्फ तुम ही थे जो अपने में ही गुम थे वहां ।सय्यदा खा़तून ✍🏼

रिश्तों की खोज

24 फरवरी 2024
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0

अपनों को छोड़ कर जो परदेस आ गये, अब लगे हैं दिनों रात रिश्तों की खोज में ।सय्यदा खा़तून ✍🏼

बढ़ती उम्र

24 फरवरी 2024
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बढ़ती उम्र भी क्या खूब रंग लाती है रिश्तों की एक लड़ी सी बन जाती है गुम हो जाता है इंसान पोते पोतियों में पत्नी की बेरुखी़ भी नहीं सताती है 😄 सय्यदा खा़तून ✍🏼

हमजंगल जा रहें हैं

24 फरवरी 2024
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0

आओ सखी सहेलियों हम जंगल जा रहें हैं सब मिलकर करेंगे मंगल तुम्हें बता रहें हैं। झूलेंगे झूला डाल कर पेड़ोंपर हम वहां के करेंगे मस्ती वहां की प्रदूषण मुक्त हवा में कंक्रीट के जंगल से मन ऊब गया ह

ग़ज़ल

20 फरवरी 2024
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1

चोर की पहचान कराऊं तो कराऊं कैसेथाने में रपट लिखाऊं तो लिखाऊं कैसे।चैन सकून लूटा है उसने तो सरेआम मेरादिल कब लें गई चुरा के पता ही ना चला।अब ना नींद हैं आंखों में,खो गया होश मेराख़्वाब में आती है बस म

शेर

18 दिसम्बर 2023
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‌मैं चाहकर भी उससे वह सब न कह सकी,जो आंखें समझा गईं, करके आंखों से बातें !सय्यदा खा़तून ✍🏼

आंखों ने की जब आंखों से बातें

18 दिसम्बर 2023
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रेज़ा रेज़ा ग़म सिमटा हुआ था दिल में मेरे अब तलक सब राज़ खुल गये, भीगी आंखों ने की जबआंखों से बातें । सय्यदा ख़ातून ✍🏼

स्तब्ध हूं, निशब्द हूं !

12 दिसम्बर 2023
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स्तब्ध हूं, निशब्द हूं,मौन हो गई हूं, बेशर्मी उसकी खुलेआम देख रहीं हूं सब्र की मेरे हो गई है अब तो इंतेहा ख़ुदा से और सब्र मैं अब मांग रही हूं उसकी लाठी में होती नहीं आवाज़ चलेगी एक दिन मैं

बेवफ़ाई

1 नवम्बर 2023
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1

सय्यदा खा़तून ✍🏼

किताब पढ़िए