तुम और मैं चाहे लाख मेहनत कर लें प्रोमोशन तो बॉस के साथ सोने वाली लड़की हीं ले जाएगी।
तुम जितना ज़्यादा ईमानदार, सच्चे और सरल हो उतने ज़्यादा ठगे जाओगे और धोखे खाओगे।
तुम चाहे अनगिनत लोगों को आज़मा लो अंततः तुम पाओगे कुत्ते इंसान से ज़्यादा वफ़ादार है।
तुम चाहे लाख प्यार लूटा लो, चाहे लाख इज्जत दे दो धोखेबाज़ हमेशा धोखेबाज़ रहेंगे, उन्हें नहीं बदला जा सकता।
तुम्हारे माता-पिता और तुम्हारा ज्ञान, यहीं दो सबसे बड़े मित्र हैं, वक़्त आने पे सब साथ छोड़ देंगे लेकिन ये दोनो नहीं।
मैं, तुम और हम सब जीवन के एक पड़ाव पर अपने प्रेमी/प्रेमिका को अपनेआप से भी ज़्यादा अहमियत देते हैं। ये सबसे बड़ी गलती है।
चाहे तुम अपने माता पिता के लिए कुछ भी कर दो तुम उनका क़र्ज़ अदा नहीं कर सकते।
तुम, मैं और हम सब एक दिन मर जाएँगे। ये साँसें हमें गिनकर मिलीं हैं, इनको बर्बाद मत होने दो।
तुम अकेले पैदा हुए थे और बेशक तुम अकेले हीं मरोगे, लेकिन तुम्हारे जनाज़े के पीछे की भीड़ बताएगी की तुम इंसान कैसे थे।
धन्यवाद…!