shabd-logo

तिल्ली हूं बारूद का

3 अक्टूबर 2021

21 बार देखा गया 21
नफरतों के जमी बर्फ को चाहतों के आग से पिघला दूंगा 
तू पत्थर ना समझ खुद को मैं मंदिर में उसे सजा दूंगा

भरोसा खुद पर है मिट्टी की तेरी मूरत  बनाऊंगा 
 जिन कदमों ने तूझे रौंदा है, कल सबके मस्तक झुका दूंगा

मोम नही हूं जलकर पिघल जाऊंगा,वो तीली हूं बारूद की
उल्फतो को जलाकर, रोशन तेरा शहर कर दूंगा

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए