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हम एक बार फिर मिलेंगे, हमारा मिलना तो तय है आखिर हर ज़न्म में तो हमारी कहानी अधूरी नहीं हो सकती ना... तो मिलूंगा मैं तुमसे फिर किसी जन्म में.. किसी शहर... किसी गंगा घाट के किनारे... किसी स्टेशन पर
तुम्हें पता है, मैं अब भी बिलकुल वैसा ही हूँ जैसा तुम छोड़ कर गयी थी मुझे, ज़रा भी बदलाव नहीं आया है मुझमें मैं आज भी कहीं जाते वक़्त वैसी ही साइड वाली मांग निकालता हूँ जैसी तुम्हें पसं