यह किताब दर्शाती है कि कैसे छोटे से गाँ का एक लड़का जिसका नाम मृदुल है भविष्य सँवारना की उम्र में उसी के गाँ की एक लड़की काव्या जो इन्दौर शहर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही होती है, उसके प्यार में पड़ जाता है। किताब की कहानी की शुरूआत लेखक मृदुल के गाँव छोड़ और गम से निकलने के लिये बाहर जाने तथा वहाँ सब भूल अपना कोरियर बनाने से करता है। किंतु वहीं कहानी बीच में यू-टर्न ले लेती है जब मृदुल नये सिरे से अपनी जिंदगी सँवारना लगा होता है उसकी जिंदगी में फिर से काव्या आ जाती है और उनकी नजदीकियाँ दोबारा बढ़ जाती है। ये सबकुछ जो मृदुल एवं काव्या के बीच चल रहा होता है, इन सब चीजों से मृदुल की वर्तमान प्रेमिका नंदनी अंजान होती है। लेकिन एक दिन वो मृदुल एवं काव्या को एक कैफे में साथ में बैठे हुए देख लेती है। उसके बाद वो मृदुल से उस लड़की के बारे में पूछा है। तब मृदुल उसे अपनी पुरानी जिंदगी के बारे में बताता है। अंत में क्या होता है? ये जानने के लिये आपको किताब पढ़ना होगी।