आत्महत्या हल नहीं
आत्महत्या हल नहींआजकल आत्महत्याएँ कुछ अधिक होने लगी हैं। समाचार पत्रों, टी वी, सोशल मीडिया पर इनकी चर्चा प्रायः होती रहती है। सभी वर्गों और आयु के लोग इस घृणित कृत्य को कर रहे हैं। किसान, व्यापारी वर्ग, नौकरी पेशा लोग, विद्यार्थी, नेता,अभिनेता, बच्चे, युवा, वृद्ध आदि सभी आत्महत्या का रास्ता अपना रहे