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फूल.....

21 मार्च 2017

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featured image कितना दर्द सहते हो तुम फूल , कांटों मे भी मुस्कुराते हो तुम फूल , महक से दिलों में खुशी लाते तुम फूल , प्रक्रुति को अपने रंगों से, किसी नई दुल्हन सी सजाते तुम फूल । ॥1॥ चाहे आए गर्मी जाड़ा या तूफ़ान कोई , न तुम लडखड़ाते हो , भौंरे तितली चुसे तुमको , फिर भी प्यार उन पर लुटाते हो , बन माला -गुलदस्ता प्यार तुम बाँटते हो , जीवन के हर दुख में खिले रहने का पाठ , बिन कहे हमें पढ़ा दिए जाते हो । ॥2॥ - सौम्य स्वरूप नायक सम्बलपुर , ओडिशा

सौम्य स्वरूप नायक की अन्य किताबें

रेणु

रेणु

फूल सी कोमल रचना

21 मार्च 2017

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सेल्फी - खुद को देखने का नया तरीका

12 अगस्त 2016
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पुराने जमाने में राजा राजवाडे  किसी चित्रकार    से अपनी तस्वीरें  बनवाया करते थे l फिर  कैमरे आए , तस्वीरें  चित्रकार की जगह कैमरे  बनाने लगी, तब भी कोई अगर आपकी फोटो खींचता था ,तब जाकर आपको आपकी तस्वीर  मिल पाती थी । पर अब जमाना बदल चुका है । आज इस 21वी सदी में  जहाँ इंसान को हर तरह की आज़ादी देने क

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कलाकार

25 अगस्त 2016
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कभी हाथों से से मिट्टी को तरासते,तो कभी पत्थरों को नए रूप में गढ़ते,कभी रंगों से कागज पर नयी दुनिया बसाते,या फिर मधुर संगीत की लहरी में हमें डुबाते,हैं तो वो आम हम सब के जैसे, पर लगें हम सबसेभिन्न हैं

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फूल.....

21 मार्च 2017
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कितना दर्द सहते हो तुम फूल ,कांटों मे भी मुस्कुराते हो तुम फूल ,महक से दिलों में खुशी लाते तुम फूल ,प्रक्रुति को अपने रंगों से, किसी नई दुल्हन सी सजाते तुम फूल । ॥1॥चाहे आए गर्मी जाड़ा या तूफ़ान कोई ,न तुम लडखड़ाते हो ,भौंरे तितली चुसे तुमको ,फिर भी प्यार उन पर लुटाते हो

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गर्मी तो बढ़ी है...

14 जून 2017
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आज mercury फ़िर से हाई है ,लगता है गर्मी फ़िर से बढ़ी है ,रोज़ चाय से दिल लगाने बाले ,आज लस्सी को तलाश रहे हैं ,तो सर पर टोपी, आँखों पर चश्मा ,बना आज शहर का trend है,रोज़ आसमान को चीरते पंछियों की टोली ,फब्बारौन को  ढूंढ़ती जा पहुँची है ,तो जानवरों इंसानों में छाँव खोजने की ,लगी अजीब सी होड़ है.. ,अचान

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