राम तेरे चरणो मे यह सिस सदा झुक जाते जानके तुम्हारा आत्म गथा गुन सदा गाते सत्यस्वरुप ईश्वर हो तुम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाते मै कभी न दिखा तुमे तुम सभी को अपनाते राम तेरे इस जग मे अब तेरा राज्य कैसे आये जब जात धर्म मे शासक बटे तो अब वानर भालू को कोई कैसे अपनाये राम शब्द आसान लगे मरग कोई राम जिवन भी तो अपनाये