shabd-logo

अारजू

23 अगस्त 2015

109 बार देखा गया 109
आसमान में खिले रातरानी के उस एकलौते फूल को पिरो देता महबूब के गेशू में, सभी प्रेमियों की तरह, मेरी भी आरजू है। ये जानते हुए भी कि टूट जाते हैं सभी ख्वाब पानी के बुलबुलों की तरह और शेष रह जाता है सिर्फ सिसकती हसरतों का कब्रगाह ॥ देखता हूं ख्वाब क्योंकि मर जाना है एकदिन सिर्फ इस भय से कोई जीना नहीं छोड़ देता।।।गोरी के गुलाबी गाल और लरजते लाल अधर मदहोश करते हैं मुझे किन्तु दिख जाय यदि वह घिनौना कंकाल जिसने गोरी के उन्नत उभारों को इतना मोहक आकार दिया है। विक्षुब्ध हो उठेगा मन मेरा और सारी उत्तेजना क्षण मात्र में हवा हो जाएगी। कारण मैने गोरी के दोनों रूपों को एक साथ और एक सी नजर से नहीं देखा ।।
1

एक चाह

22 अगस्त 2015
0
1
0

चाहता हूं भर लूं सांसों में खुशबू तुम्हारी सांसों की। जिससे करीब न होने पर भी एहसास होता रहे होने।। मेरे जिस्म का हरेक कतरा दिल में जज्ब कर लेना चाहे ।

2

अारजू

23 अगस्त 2015
0
2
1

आसमान में खिले रातरानी के उस एकलौते फूल को पिरो देता महबूब के गेशू में, सभी प्रेमियों की तरह, मेरी भी आरजू है। ये जानते हुए भी कि टूट जाते हैं सभी ख्वाब पानी के बुलबुलों की तरह और शेष रह जाता है सिर्फ सिसकती हसरतों का कब्रगाह ॥ देखता हूं ख्वाब क्योंकि मर जाना है एकदि

3

अारजू

23 अगस्त 2015
0
1
0

आसमान में खिले रातरानी के उस एकलौते फूल को पिरो देता महबूब के गेशू में, सभी प्रेमियों की तरह, मेरी भी आरजू है। ये जानते हुए भी कि टूट जाते हैं सभी ख्वाब पानी के बुलबुलों की तरह और शेष रह जाता है सिर्फ सिसकती हसरतों का कब्रगाह ॥ देखता हूं ख्वाब क्योंकि मर जाना है एकदि

4

अारजू

23 अगस्त 2015
0
1
0

आसमान में खिले रातरानी के उस एकलौते फूल को पिरो देता महबूब के गेशू में, सभी प्रेमियों की तरह, मेरी भी आरजू है। ये जानते हुए भी कि टूट जाते हैं सभी ख्वाब पानी के बुलबुलों की तरह और शेष रह जाता है सिर्फ सिसकती हसरतों का कब्रगाह ॥ देखता हूं ख्वाब क्योंकि मर जाना है एकदि

5

अारजू

23 अगस्त 2015
0
1
0

आसमान में खिले रातरानी के उस एकलौते फूल को पिरो देता महबूब के गेशू में, सभी प्रेमियों की तरह, मेरी भी आरजू है। ये जानते हुए भी कि टूट जाते हैं सभी ख्वाब पानी के बुलबुलों की तरह और शेष रह जाता है सिर्फ सिसकती हसरतों का कब्रगाह ॥ देखता हूं ख्वाब क्योंकि मर जाना है एकदि

---

किताब पढ़िए