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याद

9 मार्च 2023

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ग़ज़ल (४)
चला जाता तुम्हारा क्या!, हमें भी याद कर लेते।
सुनाते तुम जो दिल की, तो हम विदाद कर लेते।।

तेरी सूरत पे ग़म की छाया भी अच्छी नहीं लगती।
तुझे ख़ुश देख के हम भी, ये गुल आबाद कर लेते।।

कोई कब याद आता है, फ़कत यह दिल समझता है।
तुझे मिलना था  हमसे ही तो हम ज़माद कर लेते।।

तेरे दिल में है जो कुछ तो उसे दिल में न रख "चंदन"।
मिले दुनिया की हर शय , यही फरियाद कर लेते।।

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