रोबर्ट कियोसाकी को अपने बचपन में दो पिताओं की शिक्षा मिली। रोबर्ट का डैडी एक पढ़े लिखे विश्वविद्यालय के प्रोफेस्सर थे लेकिन अपनी आमदनी को सही ढंग से प्रबंधन नहीं कर पाते थे। वहीँ दूसरी तरफ रिच डैड जो कि लेखक के प्रिय मित्र माइक के पिता थे ,कम पढ़े – लिखे थे ,उनकी गणना हवाई राज्य के अमीरों में होती थी। इसका कारण लेखक ने रिच डैड की वित्तीय साक्षरता को दी है। अतः लेखक का कहना है कि गरीब और मध्यवर्गीय लोग पैसे के लिए काम करते हैं ,जबकि अमीरों के लिए पैसा काम करता है।गरीब आदमी नौकरी की सुरक्षा ,प्रमोशन और पेंशन के लिए काम करते।ज्यादा पैसा कमाने के लिए वे लोग ज्यादा मेहनत को ही प्राथमिकता देते हैं।इस प्रकार उसके अंदर असुरक्षा की भावना रहती है ,जबकि अमीर काम सीखने के लिए काम करते हैं ,काम सीखने के बाद पैसा अपने आप आता है। नए – नए तारीके खोजते रहते है।
लेखक का कहना है कि लोगों को एक साल तक बिक्री की कला सीखनी चाहिए।भले ही इससे कुछ कमाई न हो ,लेकिन इससे कम्यूनिकेश स्किल्स सुधार होगी।https://hindi.shabd.in/Create/Article?book=6312bdfc50abde0fb9d8443f