
विषय- 6 फीट के नीचे
एक जगह बड़ी धार्मिक सभाएं होने वाली थी यह बात पुलिस वालों को पता चली और उन्होंने कहा कि आप की सभाओं में शांति रहे इसलिए पुलिस की मदद लो इसमें कोई खर्चा नहीं होता परंतु सभा करवाने वालों ने कहा कि जो प्रचारक प्रचार करने आ रहे हैं उनकी सभाओं में कभी भी झगड़ा नहीं हुआ!
क्योंकि वह हमेशा केवल दो ही विषयों पर प्रचार करते हैं उनका पहला विषय 6 फुट के नीचे का है इसमें वह बताते हैं कि जब आदमी मर जाता है तो उसको 6 फीट गहरे गड्ढे में डाल देते हैं उसको कबर कहते हैं फिर उस कबर में आदमी कैसे सड़ता है और उसको कीड़े खा जाते हैं!
(अय्यूब 21:26)
इसके बाद उनका दूसरा विषय हजारों फुट ऊपर स्वर्ग देश है जहां पर मरने के बाद हम सबको जाना है वहां पर न्याय होता है और जिनका जीवन इस संसार में पवित्र रहा वह स्वर्ग में रहते हैं परंतु जिन्होंन पाप में जीवन जिया उनको नरक में भेजा जाता है झगड़ा संसार की बातों से होता है जब प्रचारक साहब संसार की बात ही नहीं करेंगे तो झगड़ा होने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता सचमुच यह दो विषय गंभीर हैं इनको समझना जरूरी है आजकल इनके ऊपर प्राचार नहीं किया जाता केवल संसार ही प्रचार किया जाता है !
आज भी झगड़ा संसार में केवल शारीरिक वस्तुओं का है प्रॉपर्टी का है पैसों का है चाहे वह चर्च के अंदर हो कलीसिया के अंदर हो संसार के अंदर हो परिवार के अंदर हो क्योंकि हम शारीरिक ही हैं जबकि परमेश्वर हमें आत्मिक जीवन देने आया आत्मिक बनाने आया याद करें आदम हव्वा जब तक आत्मिक जीवन में थे आत्मा में थे उनके अंदर झगड़ा नहीं था चतुराई नहीं थी बुराई नहीं थी बिमारी नहीं थी!
लेकिन जैसे ही परमेश्वर का आत्मा उन पर से हट गया वह शरीर में आ गए और उसी समय दुख तकलीफ झगड़ा बीमारी उत्पन्न हो गया इसलिए येशु मसीह ने कहा मैं तुम्हें अनंत जीवन देने आया हूं और अनंत जीवन तभी हमें मिल सकता है जब हम आत्मा में पैदा हो जाए!
(युहन्ना 3:5)
मैं तुम्हें नया जीवन देने आया हूं यानी आत्मिक जीवन आत्मा के द्वारा चलने वाला परंतु अफसोस की बात है कि आप भी विश्वासी इस बात को समझ नहीं पा रहे कि जो जीवन यीशु मसीह हमें दे रहा है वह आत्मिक जीवन है और हम संसार और उसकी वस्तुओं को छोड़ना नहीं चाहते उसकी अभिलाषाओं को छोड़ना नहीं चाहते इसीलिए हमारे अंदर बीमारी है झगड़ा है दुख है तकलीफ है परिवारों में अशांति है क्योंकि हम आत्मिक नहीं बनना चाहते!
हम भूल जाते हैं कि हमारा यह शरीर डेरा सरीखा एक किराए का घर है जिसको छोड़कर एक दिन हमको जाना है या तो हम नरक में जाएंगे या फिर 6 फीट जमीन के नीचे या तो ऊपर स्वर्ग में जाएंगे लेकिन स्वर्ग तो तभी हमें मिलेगा जब हम स्वर्ग राज्य के लिए दुनिया में बोएगें जब हम दुनिया में रहकर स्वर्ग राज्य के लिए कुछ बो ही नहीं रहे हैं और संसार और उसकी वस्तुओं के लिए ही काम कर रहे हैं उसकी अभिलाषाओ के लिए हीं काम कर रहे हैं उसी में जी रहे तो स्वर्ग हमें कैसे मिलेगा अन्यथा हमें 6 फीट जमीन के नीचे ही जाना पड़ेगा जहां पर कीड़े कभी मरते नहीं और वह हमारी आत्मा को शरीर के साथ खाते रहेंगे और व आत्मिक मृत्यु होगी!
केवल आत्मिक गीत गाने से संगति करने से प्रार्थना करने से हालेलुयाह कहने से कोई स्वर्ग नहीं जाने वाला स्वर्ग जाने के लिए हमें अपने आप का बलिदान करना होगा हमें अपने मन को बदलना होगा हमें नई आत्मा के साथ पैदा होना होगा यीशु मसीह के जैसा पवित्र बनना होगा और परमेश्वर की आज्ञा के ऊपर चलना होगा तब कहीं जाकर हमें स्वर्ग मिलेगा स्वर्ग यूं ही नहीं मिलता स्वर्ग के लिए एक बड़ी कीमत अदा करनी पड़ती है जो यीशु मसीह ने कर दी है और अब हमको करनी है यीशु मसीह के जैसा बनकर सांसारिक चीजों का त्याग कर यीशु मसीह के जैसा क्रूस उठाकर स्वर्ग राज्य में प्रवेश करना है!
यीशु मसीह के आने का समय बहुत जल्द होता जा रहा है आप सब देख रहे हो कि पृथ्वी पर सारी भविष्यवाणियां लगातार पूरी होती जा रही है कभी भी यीशु मसीह का आगमन हो सकता है और लोग उठाए जा सकते हैं क्या आज हम तैयार हैं स्वर्ग जाने के लिए मैं आपको गारंटी के साथ कह रहा हूं 90 परसेंट विश्वासी धोखे में है कि वह स्वर्ग जाएंगे क्योंकि उनको स्वर्ग जाने का ना तो रास्ता पता है ना तो मतलब पता है उन्हें केवल एक शिक्षा पता है कि बपतिस्मा ले लिया विश्वास कर लिया हम सब स्वर्ग चले जाएंगे जबकि ऐसा नहीं होने वाला है जब तक आप नई आत्मा में जन्म नहीं लोगे अपने मन को परिवर्तित नहीं करोगे आप स्वर्ग को देख भी नहीं पाओगे जाने की तो दूर की बात है!
धन्य है जो मन के दीन है स्वर्ग के राज्य को देखेंगे!
(मत्ती 5:3)
स्वर्ग राज्य को देखने के लिए और उसमें प्रवेश करने के लिए आपको दीन होना जरूरी दीन होने का मतलब एक झुका हुआ व्यक्ति ,एक टूटा हुआ व्यक्ति, एक पवित्र व्यक्ति ,जिसके अंदर घमंड नहीं है, चतुराई नहीं है, मैं नहीं है, छल नहीं है ,कपट नहीं है, जो झूठ नहीं बोलता, जो पाप नहीं करता, जिसकी बात केवल हां कि हां और ना कि ना रहती है ,और केवल भलाई और भलाई ही करता है
मित्रों संसार की वस्तुओं को पाकर उसकी अभिलाषाओं में जीकर 6 फीट जमीन के नीचे उस नर्क में जाने से अच्छा है हम उस लार्जर की तरह दुख उठा उठा कर स्वर्ग राज्य में प्रवेश कर जाएं!
इसलिए ऐसे प्रचारकों के प्रचार के ऊपर ज्यादा ध्यान मत दे जो संसार और उसकी वस्तुओं के ऊपर आपको ध्यान दिलाता है और आकर्षित करता है परंतु उस प्रचार के ऊपर ध्यान दें जो आपको स्वर्ग राज्य में ले जा सकता है अनंत शांति प्रदान कर सकता है जो आपके घर में शांति ला सकता है आपके परिवार में शांति ला सकता है आपकी कलीसिया में शांति ला सकता है आपके चर्च में शांति ला सकता है!
प्रभु आप सबको आशीष दे!