PAVAN YADAV
नमस्कार, मेरा नाम पवन यादव हैं। मै कवर्धा जिला । छत्तिसगढ़ राज्य का रहने वाला हूं। मेरा जन्म कवर्धा जिला के एक छोटे से गांव बीजाझोरी मे सन 15/03/1995 में हुवा हैं। मेरा पूरा गांव का नाम गांग गचुवा है। जो की कवर्धा जिला में स्थित है। मेरा पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से हुए। मैंने कक्षा एक से लेकर आठवीं तक , अपने गांव में ही, शिक्षा पूरा किया। मैंने B.A me graduations पंडित रविशंकर विश्व विद्यालय से किया है। और इंग्लिश me A.M.मैट्स University se किया।। मुझे लेखन कार्य बहुत पशंद हैं। मैं हमेशा कुछ ना कुछ नई बाते नई कहानी लिखता रहता हूं।।
आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?
जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है! (लूका
आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?
जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है! (लूका
अध्याय 1. 6 फीट के नीचे .
हम भूल जाते हैं कि हमारा यह शरीर डेरा सरीखा एक किराए का घर है जिसको छोड़कर एक दिन हमको जाना है या तो हम नरक में जाएंगे या फिर 6 फीट जमीन के नीचे या तो ऊपर स्वर्ग में जाएंगे लेकिन स्वर्ग तो तभी हमें मिलेगा जब हम स्वर्ग राज्य के लिए दुनिया में बोएगें ज
अध्याय 1. 6 फीट के नीचे .
हम भूल जाते हैं कि हमारा यह शरीर डेरा सरीखा एक किराए का घर है जिसको छोड़कर एक दिन हमको जाना है या तो हम नरक में जाएंगे या फिर 6 फीट जमीन के नीचे या तो ऊपर स्वर्ग में जाएंगे लेकिन स्वर्ग तो तभी हमें मिलेगा जब हम स्वर्ग राज्य के लिए दुनिया में बोएगें ज
🌎पृथ्वी पर सब कुछ व्यर्थ है।,🌍
उपदेशक का यह वचन है, कि व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है। Vanity of vanities, saith the Preacher, vanity of vanities; all is vanity. एक पीढ़ी जाती है, और दूसरी पीढ़ी आती है, परन्तु पृथ्वी सर्वदा बनी रहती है। One generat
🌎पृथ्वी पर सब कुछ व्यर्थ है।,🌍
उपदेशक का यह वचन है, कि व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है। Vanity of vanities, saith the Preacher, vanity of vanities; all is vanity. एक पीढ़ी जाती है, और दूसरी पीढ़ी आती है, परन्तु पृथ्वी सर्वदा बनी रहती है। One generat
# GOLDEN &TIME $
1.इंसान को कभी भी किसी अवसर का इंतजार नही करना चाहिए, क्योंकि जो आज है वही सबसे बड़ा अवसर होता है। 2.गलत तरीकों से कामयाबी प्राप्त करने से कई गुना बेहतर है, सही तरीके अपनाकर नाकामयाब हो जाना। 3.जिंदगी का हर एक छोटा हिस्सा भी हमारी जिंदगी की काम
# GOLDEN &TIME $
1.इंसान को कभी भी किसी अवसर का इंतजार नही करना चाहिए, क्योंकि जो आज है वही सबसे बड़ा अवसर होता है। 2.गलत तरीकों से कामयाबी प्राप्त करने से कई गुना बेहतर है, सही तरीके अपनाकर नाकामयाब हो जाना। 3.जिंदगी का हर एक छोटा हिस्सा भी हमारी जिंदगी की काम