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कहानी मेरे दोस्त की

22 दिसम्बर 2021

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मेरे प्रिय दोस्तों, 
आपकी तरह ही मेरा एक मित्र है, जिसका नाम आशीष कुमार उर्फ गुलशन है ।
आशीष कुमार का जन्म 2003 को भरतपुर शहर के छोटे से गांव जघीना में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था लेकिन जन्म के कुछ समय पश्चात ही उसकी माँ की मृत्यु हो गई । 
आशीष कुमार कि एक छोटी बहन भी थी जिसका नाम था चंचल, बदकिस्मती से जैसे जैसे चंचल बङी होने लगी उसे आखों से कम दिखने लगा ।
लेकिन उससे भी बड़ा श्राप लेकर पैदा हुआ आशीष, वह जन्म से ही अपंग था और उसे आखों से भी कम दिखता था 
लेकिन उसने इसे श्राप ना मानते हुए इसे भगवान का आशीर्वाद माना और ऊठ खङा हुआ अपना जीवन सवारने के लिए ।

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कहानी मेरे दोस्त की
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ये कहानी एक भाई बहन की है, जिसमें उनके माता-पिता बचपन में ही गुजर गये हैं और वो लङका भी अपंग है लेकिन बाद में वह लङका अपनी मेहनत से अपनी जिंदगी बदल देता है, लेकिन कैसे आइये जानते है ।।

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