अगर किसी पर मर मिटने को इश्क कहते हैं तो फौजी से बड़ा कोई आशिक नहीं.. ये कहानी है एक ऐसे ही फौजी की.. जिसके लिए फौज ही सब कुछ है.. पर कोई है.. जिसने उस फौजी के फौज से इश्क को मुक्कमल करने के लिए अपने इश्क को शहीद कर दिया.. और इंतजार को अपने जीवन में लिख लिया.. एक फौजी.. और एक का फौज सा इश्क..