महिलाएं भी अब देश की
मदिरा को तरसे
बेवड़ो की टोलियाँ मदिरा को तरसे
यार मेरे गजब हो जाये
अम्बर से जो मदिरा बरसे
लेकर दौड़ेंगे संग अपने
बोतल, मटका और गिलास
एक के ऊपर एक गिरेंगे
जम के सारे दारुबाज
यार मेरे गजब हो जाये
अम्बर से जो मदिरा बरसे
कुछ हद से इतना गिर जायेंगे
बर्तन न कोई संग लाएँगे
भरी जेबो के चखने से ही
मदिरा का लुत्फ़ उठाएंगे
यार मेरे गजब हो जाये
अम्बर से जो मदिरा बरसे