लौट आओ, समा जाओ, मेरी रूह में...
मेरी सिर्फ मेरी अप्सरा बन जाओ मेरी ज़िन्दगी में...
7 मई 2022
लौट आओ, समा जाओ, मेरी रूह में...
मेरी सिर्फ मेरी अप्सरा बन जाओ मेरी ज़िन्दगी में...
बहुत सुंदर रचना कृपया मेरी रचना पढ़कर समीक्षा दें https://shabd.in/books/10080388
7 मई 2022