shabd-logo

प्रेम पत्र

11 मई 2022

36 बार देखा गया 36

मैंने सोचा लिख दूँ तुमको 

प्रेम पत्र 

एक प्रेम भरा 

मन के नटखट भावो से

है मेरा....

प्रेमपत्र सम्पूर्ण भरा


 

अब  तुम्हे बतलाऊँ 

 कब मैंने तुमको देखा था

मुग्ध हुआ था उस पल 

जिस पल

तुमको मैंने  देखा था

मन के नटखट भावो से

है मेरा....

प्रेमपत्र सम्पूर्ण भरा


 

लाल रंग का  सूट तुम्हारा 

बहुत ही तुम पर जमता था

हरे रंग का  दुपट्टा तुम्हारा 

चेहरे पर 

बहुत दमकता था 

मन के नटखट भावो से

है मेरा....

प्रेमपत्र सम्पूर्ण भरा


मंदिर ढूंढा 

मस्जिद ढूंढा

ढूंढा गली - गलियारों में 

कोई न चौराहा छोड़ा

और ढूंढा अलग - अलग बाज़ारो में

सोचता था तुमको 

बंद कमरों की तन्हाई में 

मन के नटखट भावो से

है मेरा....

प्रेमपत्र सम्पूर्ण भरा


तुम बिन जीवन मेरा बिलकुल 

नामुमकिन था

नामुमकिन है

इस प्रेम पत्र में मेरा तुमसे 

यही विनम्र निवेदन है

स्वीकार करो ये 

प्रेम पत्रिका

बन जाओ मेरी जीवन संंगी 

यही कामना अंतिम है

मन के नटखट भावो से

है मेरा....

प्रेमपत्र सम्पूर्ण भरा


                   

               
                                         



        

          


 

   

                   

 

               



    

             

लवकेश कुमार की अन्य किताबें

1

जिंदगी में...

4 मई 2022
1
2
1

जिंदगी में वही शख्स सफल बन पाया है जिसने बचपन में खुद को धूप में तपाया है.....

2

जीवन हमेशा

4 मई 2022
3
3
3

जीवन हमेशा उम्मीदों के विपरीत खेलता है चंद रुपयो में इंसान अपना ईमान बेचता  है  इच्छाओं  को पूरा करने  के लिए,  इंसा  मज़बूर  शख़्स के अरमानो  से खेलता है...           

3

तेरे लब

6 मई 2022
0
0
0

तेरे लब छू लेने को दिल चाहता है तेरी गोद में सोने को जी चाहता है   मांग में तेरी सिंदूर भरकर  तुझे अपना बनाने को जी चाहता है .                             

4

हर समय तेरा

6 मई 2022
1
0
1

हर समय तेरा इंतजार करता हूँ हर जगह तुझे महसूस करता हूँ    ढूंढने से भी न मिलेगा तुझे मुझ सा आशिक़  बेइंतहा में तुझे प्यार करता हूँ .                                   

5

निहारता हूँ रोज

7 मई 2022
0
0
0

गली से जाते हुए उसे निहारता हूँ रोज में मन ही मन उसे बेइंतहां चाहता हूँ रोज में उससे  मिलने को रोज  बेक़रार हूँ में  हकीकत से ख्वाबो तक उसके ही साथ हूँ में                                 

6

तुम्हारी तलाश में

7 मई 2022
0
0
0

हर गली घूमे  चौराहा घूमे तुम्हारी तलाश में... प्यासे घूमे  भूखे घूमे  तुम्हारी तलाश में... जब थक गए ढूंढते ढूंढते तुमको पेड़ के नीचे बैठे  तुम्हारी तलाश में... आंखे बंद कि तो तुम्हे पाया अपने

7

स्त्री प्रकृति है

7 मई 2022
1
1
1

स्त्री  प्रकृति है  साधना है  विश्वास है   पुरुष के लिए सौंदर्य है   समर्पण है  आत्मिश्वास है  स्त्री देवी है  पत्नी है परिवार है  स्त्री इस समस्त संसार का आधार है              

8

लौट आओ

7 मई 2022
1
0
1

लौट आओ, समा जाओ, मेरी रूह में... मेरी सिर्फ मेरी अप्सरा बन जाओ मेरी ज़िन्दगी में...        

9

मानवता को छोड़ मनुष्य ने

7 मई 2022
1
1
1

मानवता को छोड़ मनुष्य ने नैतिकता को बिसराया है  हिन्दू - मुस्लिम के चक्कर में, देश को दहलाया है ... इन्हे अपना धर्म चाहिए धर्म चाहिए कुछ और  नही, सोच ये विकसित करें कि  देश से ऊपर हम नहीं और धर्

10

खुशियां ढूंढ ली

7 मई 2022
1
1
1

खुशियां ढूंढ ली है मैने  तुम्हे पाकर  वो भी बहुत खुश है मुझे पाकर...      

11

लालच की हद

7 मई 2022
0
0
0

लालच की हद  पार कर गए हो तुम  शादी में, अपनी जिद में अड़ गए हो तुम क्या दहेज चाहिए तुम्हे ?  क्या मुझे पाकर  खुश नहीं हो तुम ?  कन्या दान कर पिता मेरे खुश बहुत है मुझे पाकर भी खुश नहीं हो तुम....

12

मुझे हर कीमत पर

10 मई 2022
1
1
8

मुझे हर कीमत पर   तेरा  दीदार करना आता है न प्रेम करना आता है  न इजहार करना आता है   मुझे तो  तेरे सिंगार का  हक़दार बनना आता है ख्वाहिशों  को तेरी  पूरा करना आता है मुझे हर कीमत पर तेरा दीदार

13

गैरो में अपने

10 मई 2022
1
0
1

गैरो में अपने हो तुम  मेरे दिल की धड़कन हो तुम                          

14

लिख दूँ तो नाराज न होना

10 मई 2022
0
0
0

लिख दूँ तो नाराज न होना हम बदलेंगे तुम बदलोगे एक दिन तुम  सब मिलकर  भारत  माँ की जय बोलोगे  लिख दूँ तो नाराज न होना हम बदलेंगे तुम बदलोगे ख़तम करेंगे जात - पात के  मतभेदो  को जन - जन को खुशहा

15

मैं इंतजार कर रहा हूँ

11 मई 2022
0
0
0

अच्छा समय आने का गरीबी कम हो जाने का  अच्छी सरकार  के आने का लोकतंत्र मजबूत हो जाने का   मैं इंतजार कर रहा हूँ...  शिक्षा स्तर बढ़ जाने का  बेरोजगारी कम हो जाने का रुके कामो को  पूरा हो जाने क

16

प्रेम पत्र

11 मई 2022
0
0
0

मैंने सोचा लिख दूँ तुमको  प्रेम पत्र  एक प्रेम भरा  मन के नटखट भावो से है मेरा.... प्रेमपत्र सम्पूर्ण भरा   अब  तुम्हे बतलाऊँ   कब मैंने तुमको देखा था मुग्ध हुआ था उस पल  जिस पल तुमको मैं

17

अम्बर से जो मदिरा बरसे

11 मई 2022
1
0
0

महिलाएं भी अब देश की मदिरा को तरसे बेवड़ो की टोलियाँ मदिरा को तरसे  यार मेरे गजब हो जाये     अम्बर से  जो मदिरा बरसे लेकर दौड़ेंगे संग अपने बोतल, मटका और  गिलास एक  के ऊपर एक गिरेंगे जम के सार

18

ये भी तो इश्क़ है

15 मई 2022
0
0
0

सुबह उठ  कर उसे याद करना...  ये भी तो इश्क़ है !!  उनके लिए सजना - संवरना .... ये भी तो इश्क़ है !! पल  भर की मुलाकात को तरसना... ये  भी तो इश्क़ है !!  हर पोस्ट को  उनकी बार - बार पढ़ना..... ये भी

19

बाबा योगी आये

15 मई 2022
0
0
0

यू.पी में जब से बाबा योगी आए बाबा योगी आए.... यू.पी में  गुंडे कतई टिक न पाये...... कतई टिक न पाये...... भगोड़ो  के घर में दंगाइयों के घर में आतंकियों के मन में बिलडोज़र चलवाये यू.पी में  गु

20

मनुष्य का लालच

15 मई 2022
2
1
1

मनुष्य का लालच  बहुत बढ़ गया है कि  उसने रिश्ते - नाते, दोस्त, सगे- सम्बन्धी सबको कहीं किनारे पीछे ही छोड़ दिया है... . वह मजबूर नहीं है  पर सबसे  रिश्ते ख़राब कर रहा है कोई उसकी खुशियों में दख

21

योगी भी आ गये

15 मई 2022
0
0
0

योगी भी आ गए बाबा भी आ गये मिल के यारों दोनों देश में हैं छा गये देश में तिरंगा जम के लहराओ.....

---

किताब पढ़िए