कहां हो पाता है जाते वक्त अंतिम कॉल, बस बिन बताये, बिन सोचे पड़ता जाना, ये जिंदगी का दस्तुर मेरी मोहब्बत जाना, जहां वक्त वक्त पर पड़ता इम्तहान देना। रब की मर्जी हो तो होता हमारा यहां आना, उसीके मर्जी