ये किताब मेरी दैनंदिनी है, जिसमें मैं हर दिन की बातें लिखती हूँ, मैंने जून की अभी पुरी की, आपने पढा शायद अच्छा लगा हो, जिन्होंने नहीं पडा कोई बात नहीं इस माह का ज़रुर पढे, और कमेंट भी करे।
मैं एक टीचर हूँ, कविता, गजल, शेरों शायरी का शौक है मुझे ।मेरे सारे खयाल मैं शब्दों में लिखती हू, कुछ कुछ तजुर्बे, तो कुछ आनेवाले कल की उम्मीद से हर दिन मिलती हू!वैसे मैं प्रतिलिपी, पॉकेट नोव्हल, अमर उजाला पर भी लिखती हू, मेरी पहली और दूसरी कविता की