अरख की अख़लाक़ी पर सवाल जरूर होना चाहिए,
मादरे वतन के लिये भी अख़लाक़ जिन्दा रहना चाहिए \
अखबान पर फ़िदा होने वालो अपना भी अख्तर चमकेगा
हम अखयार है वा लाख अजकिया है हममे ---
पुरखो की अखनी का समावेश है हममे
अज़ली अपनी पहचान ............
इरादे एकदम अजीम - अस्साम
तवारीख गवाह होगी (जिंदाबाद )